G7 समिट में शामिल होने जापान के हिरोशिमा पहुंचने पर पीएम मोदी का जिस तरह से जोरदार स्वागत हुआ। उसे देखकर ही पाकिस्तान की आंखें बाहर आ गईं। पाकिस्तान में अब इमरान खान पर कम, मोदी के नाम की चर्चा जोर पकड़ चुकी है। पाकिस्तान के दिग्गजों को चिंता सताने लगी है, कि भारत का डंका हर तरफ बज रहा है। मोदी जिस देश में, जिस कार्यक्रम में जाते हैं, उनके नाम की गूंज सुनाई देने लगती है। बड़े बड़े लोग, बड़े बड़े नेता उनके साथ समय बिताना चाहते हैं। जिससे भारत की इज्जत पूरी दुनिया में बढ़ती ही जा रही है। तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के नेता उसे पूरी दुनिया में बेइज्जत करने का कोई मौक़ा नहीं छोड़ते। और हालात ये हो गए हैं कि उसके कई प्रांतों में ही आज़ादी के नारे लगने लगे हैं।
पाकिस्तान में सवाल उठने लगा है कि क्या मोदी पाकिस्तान को तोड़ देंगे। इमरान ख़ान के कारनामों ने पाकिस्तान को टूटने की कगार पर ला खड़ा किया है। खैबर पख्तूनख्वां, सिंध, बलूचिस्तान में पाकिस्तान से अलग होने के लिए आंदोलन चल रहे हैं। अब पाकिस्तान के POK में भी आज़ादी का आंदोलन बहुत तेज हो गया है। पूरा मुल्क गृह युद्ध की आग में झुलस रहा है। पाकिस्तान की मीडिया के हवाले से ख़बर है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जब तब आज़ादी की मांगने वालों ने पिछले कई दिनों से आज़ादी के आंदोलन को तेज़ कर दिया है। गिलगिट बाल्टिस्तान के लोग अपने साथ हो रहे भेदभाव से नाराज़ हैं, उनका आरोप है कि उनके हिस्से का अनाज भी दूसरे सूबों को दिया जाता है। गिलगित-बाल्तिस्तान को विकास से कोसों दूर रखा जाता है। पाकिस्तान की हूकूमत गिलगित-बाल्तिस्तान से सौतेला व्यवहार करती है। इसके साथ ही पाकिस्तान की फ़ौज उनके लोगों पर ज़ुल्म करती है।
पूरा पाकिस्तान गृह युद्ध की आग में झुलस रहा है। इमरान खान ने लोगों को और पाकिस्तान की फौज को आपस में ही भिड़ा दिया है। पूरे देश में हालात बेकाबू हैं। इमरान के समर्थकों के हिंसक प्रदर्शनों से पूरा मुल्क सहम चुका है। दूसरी तरफ इमरान खान फौज औऱ कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं और अपनी सियासत को चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। आर्थिक हालातों से जूझ रहे पाकिस्ता में लोगों के पास खाने को आटा तक नहीं है। लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान कश्मीर पर प्रोपेगेंडा कर रहा है। श्रीनगर में 22 से 24 मई तक भारत ने G20 के देशों की बैठक की मेजबानी की। जिससे पाकिस्तान बुरी तरह से बैखलाया हुआ है।
पाकिस्तान ने G20 देशों को बैठक से पहले बरगलाने की भरपूर कोशिश की। कई मुस्लिम मुल्कों को कश्मीर ना जाने के लिए भी कहा। लेकिन पाकिस्तान की बात का ज्यादा असर नहीं हुआ। पाकिस्तान को ये समझ में आ गया है कि दुनिया भारत के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहती है। क्योंकि भारत भविष्य की बात करता है और वो सही है। दुनिया को पाकिस्तान की नहीं भारत की ज़रूरत है।