रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। डॉनेस्क और लुहान्स्क में जबरदस्त जंग चल रही है। इस बीच रूस की सीमा के अंदर घुसकर यूक्रेन ड्रोन हमलों को अंजाम दे रहा है। रूस के मीडिया का दावा है कि मॉस्को पर 25 ड्रोन से हमला किया गया। जिसमें से 13 ड्रोन को मार गिराने का दावा किया गया। वहीं, 4 ड्रोन के पेड़ से टकराकर गिरने का दावा। ये ड्रोन 60 मीटर की ऊंचाई पर एक दूसरे से 500 मीटर की दूरी पर उड़ रहे थे। इनमे से कुछ ड्रोन हमला करने में कामयाब रहे। वहीं कई ड्रोन मॉस्को में कुछ इमारतों से टकराए गए।
देश की राजधानी की सीमा में एक साथ इतने सारे ड्रोन के घुसने की वजह से मॉस्को में तहलका मच गया। इतने बड़े अटैक के बाद सभी इमरजेंसी सर्विस ऐक्टिव कर दी गईं। हालांकि मॉस्को के मेयर ने दावा किया कि इस हमले में कुछ इमारतों को बहुत ही मामूली नुक़सान पहुंचा है। और हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। हालांकि ऐहतियातन उन इमारतों को खाली करा दिया गया। जिन पर ड्रोन हमला करने में कामयाब रहे।
उधर यूक्रेन के मीडिया का दावा है कि क्रेमलिन अटैक की तरह ये अटैक भी प्रायोजित है। इसके साथ ही कहा कि ड्रोन अटैक रूस की ख़ुफ़िया एजेंसी की साज़िश है। वो ख़ुद पर हमला कर के युद्ध भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। यूक्रेन युद्ध में पश्चिमी देशों की मदद से अत्याधुनिक हथियारों से रूस की सेना पर ख़तरनाक हमलों को अंजाम दिया जा रहा है। रूस भी भयानक हमले कर रहा है। अमेरिका से मिले पैट्रियट मिसाइल सिस्टम तक को हाइपरसॉनिक मिसाइल से तबाह कर रहा है। यही वजह है कि मॉस्को में हो रहे ड्रोन हमलों पर यूक्रेन दावा कर रहा है कि रूस यूक्रेन युद्ध को भड़काने की कोशिश में ऐसी साज़िश को अंजाम दे रहा है। और ख़ुद पर ही इन हमलों को अंजाम दे रहा है।
इससे पहले 3 मई को क्रेमलिन पर ड्रोन से अटैक किया गया था। जिसे रोक पाने में मॉस्को के एयर डिफ़ेंस सिस्टम नाकाम रहे। और अब एक बार फिर 25 ड्रोन से मॉस्को पर अटैक किया गया है। ऐसे किसी भी अटैक की ज़िम्मेदारी न तो यूक्रेन ले रहा है और न ही रूस ले रहा है। हालांकि अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसियों का दावा है कि क्रेमलिन पर हुआ हमला यूक्रेन स्पेशल मिलिटरी या ख़ुफ़िया एजेंसी की किसी यूनिट का काम है। हालांकि रूस भी कीव पर लगातार ड्रोन अटैक कर रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि ज़ेलेंस्की ने पुतिन को ये दिखाने की कोशिश की है कि अगर कीव पर हमला होता है तो मॉस्को पर भी हमले किए जा सकते हैं।
यूक्रेन के मीडिया का दावा है कि 29 मई की रात कीव पर ड्रोन से हमले हुए। उस दौरान 31 ड्रोन में 29 को मार गिराया गया। इस हमले में एक लोग की मौत हो गई। वहीं, एक इमारत पर हमले से 3 घायल हुए। ये हमले ईरान के शाहिद ड्रोन से रात 11:30 बजे से सुबह 4:30 बजे तक हुए। एक तरफ़ कीव पर ड्रोन से हमले हो रहे हैं। वहीं कुछ घंटों बाद ही मॉस्को पर ड्रोन से हमले होते हैं। लेकिन किसी भी ड्रोन अटैक की कोई ज़िम्मेदारी नहीं ले रहा है। न तो कीव पर हमले की ज़िम्मेदारी रूस ले रहा है और न ही मॉस्को पर अटैक की ज़िम्मेदारी यूक्रेन ले रहा है।
हालांकि यूक्रेन का दावा है कि कीव पर जो हमला हुआ उसमें ईरान के ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। जिसे रूस युद्ध के दौरान इस्तेमाल करता रहा है। दूसरी तरफ़ रूस का दावा है कि 30 मई को जो ड्रोन मॉस्को में घुसे वे ड्रोन यूक्रेन के बताए जा रहे हैं। ज़ाहिर है कि युद्ध में नैरेशन सेट करने का खेल खेला जा रहा है। और एक दूसरे को वॉर क्रिमिनल बनाने की कोशिश चल रही है। जबकि यूक्रेन युद्ध लगातार और भी ज़्यादा भयावह होता जा रहा है। जिसमें हर रोज़ सैकड़ों की संख्या में जवानों की जान जा रही है।