पुलिस की गिरफ़्त में आए माफ़िया सरगना अतीक़ अहमद के बहनोई डॉक्टर अख़लाक़ ने कई राज़ खोले हैं। ये वो राज़ हैं जो ना केवल इस केस की गुत्थी सुलझाने में पुलिस की मदद सकते हैं। बल्कि शूटरों तक पहुंचने में भी मदद मिल सकती है। इनमें सबसे बड़ा नाम गुड्डू मुस्लिम का है, जो पुलिस के लिए अब तक पहेली बना हुआ है। वो कहां है और कौन कौन उसकी मदद कर रहा है इसका पूरा चिट्ठा नहीं खुल पाया है। हालांकि, डॉक्टर अख़लाक़ वो कड़ी है जिसके ज़रिए उस पर शिकंजा कसा जा सकता है।
उमेश पाल के क़ातिलों के कई मददगार हैं। जिनमें एक नाम है अतीक़ गैंग का डॉक्टर अख़लाक़। सूत्रों के मुताबिक़ पुलिस से बचने के लिए जब शूटर भागे भागे फिर रहे थे। शहर शहर भटक रहे थे तब इसी डॉक्टर ने ना केवल उनको बचने में मदद की, बल्कि पैसे भी दिए थे। यही नहीं जब वो ख़ुद ऐसा नहीं कर पाया तो दूसरों के ज़रिए आर्थिक मदद भी करवाई थी। इनमें पहला नाम गुड्डू मुस्लिम और दूसरा नाम अतीक़ का बेटा असद का है। उमेश पाल शूटआउट केस में ये वो दो बड़े शूटर हैं जिनमें असद मारा जा चुका है। जबकि गुड्डू मुस्लिम की तलाश जारी है। वो लगातार लोकेशन बदलकर दो महीने से भी ज़्यादा वक़्त से पुलिस को चकमा दे रहा है। हालांकि UP STF की टीम ने भी उसे पकड़ने में ऐड़ी चोटी का ज़ोर लगा दिया है।
गुड्डू इतना शातिर है कि वो हर बार हाथ आते आते रह जाता है। सूत्रों के मुताबिक 5 मार्च को बमबाज़ गुड्डू मुस्लिम मेरठ में डॉक्टर अख़लाक़ के घर पहुंचा था। जहां उसे 50 हज़ार रुपये दिए गए थे। इसके अलावा अतीक़ के बेटे असद को भी उसी ने आर्थिक मदद की थी। दिल्ली के एक हथियार तस्कर के ज़रिए डेढ़ लाख रुपये भिजवाए थे। इसी चक्कर में वो सस्पेंड भीहुआ। गिरफ़्तारी के बाद उसे प्रयागराज की नैनी जेल में बंद किया जा चुका है। पुलिस ने उमेश पाल केस में डॉक्टर अख़लाक़ को शूटरों की मदद का आरोपी बनाया है। एसटीएफ ने मुठभेड़ में असद और शूटर गुलाम को मार गिराया था। लेकिन बमबाज़ गुड्डू और शूटर साबिर अब तक गिरफ़्त में नहीं आ पाए हैं।
इसी बीच इन दोनों की नई लोकेशन मिलने की भी ख़बरें हैं। सूत्रों के मुताबिक़ यूपी एसटीएफ को गुड्डू मुस्लिम की नई लोकेशन चेन्नई में मिली है। पता चला है कि वो चेन्नई के मुन्ना कौव्वाली नाम के अपराधी के ठिकाने पर पनाह ली थी। इसलिए उसकी भी तलाश की जा रही है। दूसरा शूटर है साबिर जिसके कौशांबी और प्रयागराज की सीमा के पास छिपे होने की ख़बर है। उसे भी दबोचने के लिए पुलिस लगातार छापे मार रही है। जबकि तीसरा फरार शूटर अरमान है। उमेश पाल हत्याकांड में तीनों शूटरों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। जिन पर 5-5 लाख का इनाम घोषित है। अतीक़ गैंग के ये वो गुर्गे हैं जो दो महीने से भी ज़्यादा वक़्त से फरार हैं। पुलिस के लिए इनको पकड़ना चुनौती बना हुआ है।