इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी के बाद पाकिस्तान में हालात लगातार ख़राब होते जा रहे है। खुफ़िया ऐजंसियों के मुताबित मूल्क में आतंकी संगठन एक्टिव हो गए है। उनके निशाने पर कई बड़े नेता हैं। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज का नाम जब से आतंकी संगठन के हिट-लिस्ट में जारी हुआ है। तब से ही पाकिस्तान के अन्य नेता भी खौफ़ में है। इसके अलावा पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनानउल्लाह के अलावा देश के कई बड़े नेता भी आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक आतंकवादी संगठन जेयूए नेता रफीउल्लाह की देखरेख में पंजाब प्रांत में मौजूदगी बना ली है। हाल ही में टीटीपी के प्रमुख कमांडर सरबकफ मोहम्मद ने 9 मई को पूरे पाकिस्तान में हुए दंगों की तारीफ की थी। ये दंगे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तार के बाद हुए थे। इस दौरान उन्होंने बिना पार्टी का नाम लिए दंगों करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को समर्थन देने की बात कही थी।
पाकिस्तान में इन दिनों कई आतंकी संगठन ऐक्टिव है। जिसका खौफ़ वहां के नेताओं के साथ ही वहां की आम जनता पर भी दिख रहा है। लोग डर के साए में जीनों को मजबूर हैं। अब तो देश की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। उधर, पाकिस्तान आर्थिक तंगी और राजनीतिक बदहाली से जूझ रहा है। ऐसे में वहां के नेता कोई रास्ता तलाशने की कोशिश में लगे हैं। लेकिन आगे क्या होने वाला है ये किसी को पता नहीं हैं।
इस साल की बात करें तो टीटीपी ने अब तक पाकिस्तान में दो दर्जन से ज्यादा हमले केवल सेना और पुलिसकर्मियों पर किए हैं। इन सभी के अलावा आतंकवादी संगठन ने वहां के मस्जिद पर बमबारी की है। हाल ही की घटनाओं पर नज़र डालें, तो वहां के आंतकवादी संगठन पेशावर मस्जिद, कराची पुलिस स्टेशन और कंधारी बाजार में बमबारी की घटना को अंजाम दे चुके हैं। इन सभी घटनाओं से पाकिस्तान की जनता से लेकर सुरक्षा बल तक दहशत में हैं।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक आंतकी हमलों में पुलिसकर्मियों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों समेत आम लोग भी मारे गए हैं। पाकिस्तान सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 के पहले तीन महीने में आंतकवादी हमलों या आतंकवादी विरोधी घटनाओं में पाकिस्तान के 850 लोगों मारे गए हैं। और कई लोग हादसे में घायल हो गए हैं। हालांकि मारे गए लोगों की ये संख्या पिछले साल की तुलना में अभी आधी है। और जिस तरह के हालात पाकिस्तान में इन दिनों है उससे वहां के लोगों में दहशत बनी हुई है।