उमेश पाल मर्डर में जैसे जैसे शाइस्ता परवीन की फ़रारी का वक़्त बढ़ता जा रहा है। पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। जिस अकूत दौलत के दम पर शाइस्ता परवीन अतीक़ गैंग को खड़ा किए हुए है। अब पुलिस की नज़र उसकी उसी दौलत पर है। जल्दी प्रयागराज पुलिस आईएस 227 गैंग की गैंग चार्ट को अपडेट करेगी। जिसके बाद शाइस्ता परवीन को इस गैंग का मुखिया बनाया जाएगा। जिसके बाद शाइस्ता परवीन की चल और अचल संपत्ति कुर्क की जाएगी।
अतीक़ अहमद पहले आईएस 227 गैंग का मुखिया हुआ करता था। अतीक़ का भाई अशरफ़ इस गैंग का सक्रिय सदस्य था। इन दोनों की हत्या के बाद आईएस 227 गैंग की गैंग चार्ट को अपडेट किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक गैंग चार्ट कि कई सदस्य ऐसे भी हैं जो अब सरकारी गवाह बन चुके हैं। लिहाजा नए गैंग चार्ट में कई नाम जोड़े जाएंगे और कई हटाए भी जाएंगे।
अब तक की पुलिस जांच में ये साफ़ हो गया है कि अतीक़ और अशरफ़ के गुनाहों की बराबर की साझेदार शाइस्ता परवीन थी। अतीक़ के जेल जाने के बाद शाइस्ता ने हवाला कारोबार और वसूली गैंग की प्रमुख बनकर कामकाज को संभाला। इसके अलावा आईएस 227 गैंग के प्रमुख शूटर लगातार शाइस्ता परवीन के साथ रहा करते थे। यानी शाइस्ता परवीन एक गैंगस्टर की तरह घर से बाहर निकलती थी। और अपने साथ शूटर भी रखती थी। इसके कीई सीसीटीवी विडियो भी सामने आए। जिनका इस्तेमाल पुलिस एविडेंस के तौर पर कर रही है। जिसमें शाइस्ता परवीन चुनावी कैंपेन के दौरान शूटर के साथ इलाक़े इलाक़े में घूमती हुई दिख रही है। इतना ही नहीं जिस तरह से उमेशपाल हत्या कांड के बाद से शाइस्ता परवीन फ़रार चल रही है। ऐसे फ़रार होना ना सिर्फ़ किसी भी आम अपराधी के बूते की बात है और ना ही किसी आम इंसान के। इतने लंबे वक़्त तक पुलिस की आंखों में धूल झौंकने का काम एक शातिर दिमाग़ की कर सकती है।
अब सवाल है कि ऐसा आईएस 227 गैंग में है क्या? जिसकी मुखिया पुलिस शाइस्ता परवीन को बनाने में लगी है
दरअसल एक समय में IS 227 गैंग के कुल सक्रिय सदस्य 160 थे। प्रयागराज पुलिस और यूपी एसटीएफ ने कई सक्रिय सदस्यों का एनकाउंटर कर दिया। और जो नया चार्ट उमेश पाल हत्याकांड से पहले अपडेट हुआ था। उसमें IS 227 गैंग के कुल सक्रिय सदस्य 132 थे। अतीक़ अहमद और अशरफ़ अहमद की हत्या और ग़ुलाम, असद के एनकाउंटर के बाद प्रयागराज पुलिस IS 227 गैंग की गैंग चार्ट जल्द अपडेट करने जा रही है। नए गैंग चार्ट में शाइस्ता परवीन आईएस 227 गैंग की मुखिया बनाया जाएगा। और फिर शाइस्ता परवीन के लिए मुश्किल और ज़्यादा बढ़ जाएंगी। क्योंकि शाइस्ता परवीन जैसे ही गैंगस्टर बनेंगी उसके बाद शाइस्ता परवीन की चल और अचल संपत्ति प्रशासन कुर्क करेगी।
हाल ही में प्रयागराज पुलिस ने अतीक़ अहमद और शाइस्ता परवीन कि बेहद क़रीबी वकील ख़ान सौलत हनीफ को रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। गैंग से जुड़े कई सदस्यों की जानकारी ख़ान सौलत हनीफ़ ने पुलिस को दी थी। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि उन नामों को भी गैंग चार्ट में शामिल किया जाएगा। उमेश पाल की हत्या के पहले शाइस्ता पर कुल 4 मुकदमे दर्ज थे। धोखाधड़ी, आर्म्स एक्ट और अन्य धाराओं में मुकदमे प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में दर्ज थे। इन सभी मामलों में पुलिस ने प्रयागराज के जिला अदालत में चार्जशीट दायर कर दिया है। और मामला अदालत में विचाराधीन है। उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस जांच के दौरान शाइस्ता पर आधा दर्जन मुकदमा दर्ज हो गया है। शाइस्ता परवीन के पुराने ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि पुलिस के लिए कोर्ट में ये साबित कर पाना काफी आसान हो जाएगा, कि शाइस्ता परवीन आदतन अपराधी है। अब गैंग की मुखिया बनाने की प्लैनिंग को पुलिस का नया पैंतरा माना जा रहा है। जिससे शाइस्ता पर सरेंडर के लिए दवाब बनाया जा सके।