गृह युद्ध की आग में झुलस रहे पाकिस्तान की हालत सीरिया, लिबिया और सुडान जैसी हो गई है। इमरान और सेना की दुश्मनी से पाकिस्तान में हाहाकार मचा है। अर्थ व्यवस्था ने पाकिस्तान की कमर तोड़कर रख दी है। पाकिस्तान टुकड़ों टुकड़ों में खत्म हो रहा है। और दूसरी तरफ भारत की चमक पूरी दुनिया में फैल रही है। उसकी सफलता का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। भारत के कद का अंदाजा इसी बात से लगा लीजिए की भारत G7 देशों का हिस्सा नहीं है। लेकिन बावजूद इसके पीएम मोदी ने चौथी बार G7 समिट में हिस्सा लिया।
ये सब देख कर पाकिस्तान के हुक़मरानों के सीने पर सांप लोट रहे हैं। उसके नेताओं को रसक हो रहा है, कि उनके मुल्क में भी एक मोदी जैसा नेता क्यों नहीं है। सेना और सियासत के बीच फंस कर पाकिस्तान अब टूटा तब टूटा जैसे हालातों से गुजर रहा है। तो वहीं दुनिया भर के ताकतवर नेता भारत के साथ रिश्तों को मजबूत करने की बात कर रहे हैं। जिस वक्त पाकिस्तान को एक एक पैसों की जरूरत है। उस वक्त दुनिया भर के देश भारत से व्यापार करने के लिए हाथ आगे बढ़ा रहे हैं।
जब आर्थिक हालातों से जूझता पाकिस्तान कर्ज के लिए दुनिया भर के देशों के सामने भीख मांग चुका है। लेकिन फिर भी उसे कोई कर्च देने को तैयार नहीं है। उसी वक्त दुनिया भारत के बढ़ते प्रभाव को महसूस कर रही है। जापान में G7 समिट में भारत के बढ़ते प्रभाव को देखा गया। पीएम मोदी के कद का अंदाजा इसी बात से लगा लीजिए कि दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी कुर्सी से उठकर मोदी से मिलने उनकी कुर्सी तक गए और उन्हें गले लगा लिया। बाइडन और मोदी के बीच रिश्तों की इस गरमाहट को देख कर तो पाकिस्तान की मानों सांसे ही थम गईं।
इस मुलाक़ात में अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने मोदी से ऑटोग्राफ़ भी मांगा। इस दौरान बाइडन ने पीएम मोदी से ये भी कहा कि वो अमेरिका में बहुत लोकप्रिय हैं। उनका ये भी कहना था कि जब वो इंवेंट में शामिल होने के लिए वॉशिंगटन आने वाले हैं। तो उनके पास बहुत सारे लोगों की रिक्वेस्ट हैं। और उनको समझ नहीं आ रहा है कि प्रधानमंत्री जी से वो सब लोगों को कैसे मिलाएं।
सिर्फ बाइडन से ही नहीं, बल्कि दुनिया के बड़े नेताओं से मोदी मिल रहे हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋृषि सुनक हों या फिर फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों या फिर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल सभी उनसे मिलने के लिए उत्सुक दिखाई दिए। इतना ही नहीं पूरी दुनिया भारत की रणनीति और उसके भविष्य की योजनाओं के बारे में जानना चाहती है। इसीलिए G7 समिट में सभी की निगाहें पीएम मोदी के भाषण पर रहने वाली हैं।
जहां पाकिस्तान आतंकवाद और वहां के लोग भूख से परेशान है। खाने के एक एक दाने के लिए लोग मोहताज हैं। तो वहीं पीएम मोदी दुनिया को फूड सिक्योरिटी औऱ सुरक्षा जैसे मुद्दों को समझा रहे हैं। फूड चेन सिस्टम बनाने की पहल कर रहे हैं। यानि भारत दुनिया के सामने लीडर की तरह उभर कर नेतृत्व के लिए पूरी तरह से खुद को तैयार बता रहा है।