इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी के बाद से ही पाकिस्तान जल रहा है। कई शहरों में इमरान की पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए। इस दौरान उन्होंने जमकर हिंसक प्रदर्शन किया। रावलपिंडी में सैन्य मुख्यालय में भी तोड़फोड़ की गई। लाहौर में कोर कमांडर का घर जला दिया गया। ISI दफ्तर में भी तोड़फोड़ की गई। हालात बिगड़ने के बाद कई इलाकों में सेना को सड़कों पर उतार दिया गया। लेकिन अब ख़बर है कि इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद सेना में फूट पड़ गई है। कई जगहों पर PTI समर्थकों पर बल प्रयोग से सेना ने इनकार कर दिया है। दावा किया जा रहा है कि आसिम मुनीर से पाकिस्तान की वायुसेना और नौसेना के चीफ़ भी नाराज़ हैं। वो आसिम मुनीर की शिकायत पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी से कर सकते हैं।
ख़बर है कि पाकिस्तान की वायुसेना और नौसेना के चीफ़ इमरान की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ हैं। पेशावर, क्वेटा और लाहौर के कोर कमांडर भी इस मामले में इमरान के साथ खड़े हैं। उन्होंने सेना मुख्यालय से आए उस ऑर्डर को मानने से इनकार कर दिया। जिसमें इमरान समर्थकों पर कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया गया था।
सूत्र बता रहे हैं कि पेशावर , क्वेटा और लाहौर के कोर कमांडर के आदेश पर वहां सेना की तैनाती नहीं की गई। जिसकी वजह से इमरान समर्थकों कों उपद्रव करने से किसी ने नहीं रोका। सू्त्र बता रहे हैं कि कि पेशावर , क्वेटा और लाहौर के कोर कमांडर को पाकिस्तान की सेना के तीन बड़े अधिकारियों का समर्थन हासिल है। ये वो अधिकारी है, जिनके सिर पर पैर रखकर आसिम मुनीर पाकिस्तान के आर्मी चीफ़ बने। इसीलिए ये तीनों अधिकारी आसिम मुनीर से चिढ़ते हैं। और इमरान की गिरफ़्तारी के मुद्दे पर मुनीर की धज्जियां उड़ाने में जुट गए हैं।