अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद गौतम अडानी की मुसिबत लगातार बढ़ते ही जा रही है। शेयर मार्केट में अपनी कंपनियों के गिरते भाव से परेशान अडानी की अब सियासी दल मुसिबत बढ़ा रहे हैं। विपक्ष ने सड़क से लेकर सदन तक अडानी के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। विपक्ष ने अडानी के गिरते स्टॉक और FPO की वापसी पर मार्चा खोल दिया है। इस मामले पर एकजुट विपक्ष ने पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है।
अडानी मामले पर सदन में विपक्ष का हंगामा
गुरूवार को विपक्षी दलों ने इस मामले पर एक बैठक की, उसके बाद सदन में जमकर हंगामा किया। विपक्ष इस मामले पर सरकार से जांच कराने की मांग कर रहा है। विपक्ष ने संसदीय कमिटी या सुप्रीम कोर्ट से नियुक्त कमिटी से अडानी के खिलाफ लगे फ्रॉड के आरोपों की जांच करवाने की मांग की है। विपक्ष के भारी हंगामे की वजह से गुरूवार को सदन की कार्यवाही पूरे दिन नहीं चल पाई।
13 विपक्षी दलों की बैठक
विपक्ष का कहना है कि ये मामला बहुत बड़ा है, इसलिए सदन की नियमित कार्यवाही को निलंबित किया जाए और निवेशकों के रिस्क से जुड़े मामले पर चर्चा हो। विपक्ष ने कहा कि अडानी के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पर चर्चा की जाए। उससे पहले 13 विपक्षी दलों ने इस मामले पर संसद परिसर में ही चर्चा की। इसमें कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, डीएमके (DMK), टीएमसी (TNC), सपा (SP) , शिवसेना, नेशनल कांफ्रेंस (NC), जेडीयू(JDU), लेफ्ट पार्टी, आम आदमी पार्टी (AAP) समेत 13 दल के नेता मौजूद रहे।
विपक्ष की बैठक के बाद 9 दलों ने संसद में अडानी मामले पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया। राज्यसभा में कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और केशव राव शामिल थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संयुक्त संसदीय कमिटी या सप्रीम कोर्ट की निगरानी में पूरे मामले की जांच हो।
आप सांसद का अडानी पर बड़ा आरोप
वही, AAP सांसद संजय सिंह (SANJAY SINGH) ने कहा कि उन्होंने इस मामले पर पीएम मोदी, ईडी, सीबीआई को पत्र लिखकर जांच कराने की मांग की है। इसके साथ ही संजय सिंह ने गौतम अडानी की पासपोर्ट जब्त करने की मांग की, ताकि वो विदेश नहीं भाग जाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि अडानी का झूठ और धोखाधड़ी का पहाड़ ताश की पत्तों की तरह टूट रहा है। देश के लोगों ने LIC में पैसे जमा किए, अब वो लोग अपने पैसे डूबने की डर से परेशान हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इतने बड़े मामले पर सरकार और उसके मंत्री चुप क्यों हैं?
RBI ने अडानी की बढ़ाई मुसिबतें
इससे पहले अडानी ग्रुप को भारत ही नहीं विदेशों में भी कई कंपनियों ने लोन देना बंद कर दिया है। शेयर मार्केट में भारी गिरावट के बीच RBI ने भी अडानी ग्रुप को बड़ा झटका दिया है। RBI ने बैंकों को अडानी ग्रुप को दिए गए कर्ज की पूरी जानकारी मांगी है। हालात ऐसे हो गए कि बुधवार को अडानी ग्रुप ने 20 हजार करोड़ रुपए के FPO को रद्द करने का फैसला लिया। इसके बाद निवेशकों के पैसे वापस किए जाएंगे। फिलहाल भारतीय बैंकों का अडानी ग्रुप पर क़रीब 80 हज़ार रुपए का कर्ज है, जो उनके कर्ज का क़़रीब 38 फिसदी है। सूत्रो का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी ने भी बैंकों से अडानी से जुड़े एक्सपोजर के बारे में जानकारी मांगी है।
विदेशी कंपनियों ने छोड़ा साथ
अडानी ग्रुप को सिटीग्रुप की वेल्थ यूनिट ने भी बड़ा झटका दिया है। अमेरिका की सिटीग्रुप ने गौतम अडानी ग्रुप के कंपनियों की सिक्योरिटीज को लोन देना बंद कर दिया है। सिटीग्रुप से पहले क्रेडिट सुइस ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप को लोन देना बंद कर दिया था।
बता दें कि अडानी इंटरप्राइसेस के शेयर बुधवार को 28.5 फीसदी और गुरूवार को 10 फीसदी गिरी। इसी तरह अडानी ग्रुप की सभी 7 कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट हुई है। हालात ये हैं कि अडानी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर आदमी के पोजिशन से अब 15वें स्थान पर आ गए हैं। उनकी दौलत अब गिरते गिरते 76 अरब डॉलर पर पहुंच गई है।