2 मई की शाम क़रीब 6 बजकर 55 मिनट पर ओडिशा के बालासोर में दर्दनाक रेल हादसा हुआ। अबतक की जांच के बाद ये साफ किया गया कि हादसे का शिकार सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस हुई। रेल बोड ने फिलहाल किसी भी दो या तीन ट्रेनों के आपस में टकराने के दावे को ख़ारिज कर दिया।
रेलवे बोर्ड ने ट्रेन की रफ़्तार पर उठ रहे सवालों पर भी जवाब दिया। और ये साफ किया कि कोरोमंडल एक्सप्रेस अपनी तय रफ़्तार की सीमा में चैन्नई रूट पर आगे बढ़ रही थी। जबकि दूसरी तरफ लाउनलिंक पर बेंगलुरू से हावड़ा आ रही यशवंतपुर ऐक्सप्रेस भी अपनी तय रफ्तार से ही गुजर रही थी।
रेल हादस के बाद रेल बोर्ड ने अबतक की जांच से जुटाई जानकारी के आधार पर ये साफ किया कि हादसे का शिकार सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस ही हुई। हालांकि इस हादसे की वजह से यशवंतपुर एक्सप्रेस के आखिरी के दो डिब्बे कोरोमंडल की चपेट में आ गए। अबतक की जांच में हादसे की वजह जो सामने आई है उसके बार में भी रेल बोर्ड ने अपनी बात रखी। शुरुआती जांच के आधार पर ये बताया गया कि सिगनल में किसी गड़बड़ी की वजह से हादसा हुआ।
हादसा क्यों हुआ और कैसे हुआ इसे लेकर कश्मिनर रेलवे सेफ़्टी ने अपनी जांच पूरी कर ली है। हालांकि रिपोर्ट सामने आने के बाद ही हादसे की असली वजह का पता लग सकेगी। हादसे में अबतक 275 लोगों की मौत का दावा किया गया है। वहीं, एक हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।