अतीक़ अहमद के बाद अब उत्तर प्रदेश पुलिस ने माफ़िया सरगना मुख़्तार अंसारी पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया। उत्तर प्रदेश पुलिस पंजाब में गिरफ़्तार किए गए मुख़्तार के बेहद क़रीबी जुगनू वालिया से पूछताछ करेगी। जिसके लिए जल्द ही उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम पंजाब के मोहाली जाएगी। दो दिन पहले ही पंजाब की ऐंटी गैंगस्टर टास्क फ़ोर्स यानी AGTF ने हरविंदर सिंह उर्फ़ जुगनू वालिया को मोहाली में गिरफ़्तार किया था। जुगनू को मुख़्तार अंसारी का बड़ा राज़दार मना जाता है।
सूत्रों के मुताबिक़ जुगनू ही मुख़्तार अंसारी के काले कारोबार से इकट्ठा की गई संपत्ति का सारा हिसाब रखता था। इतना ही नहीं वो ज़रूरत पड़ने पर मुख़्तार गैंग के सदस्यों के लिए भी हर तरह से मदद का इंतजाम करता था। जिसके तहत उन्हें पैसे, हथियार और छिपने के ठिकाने भी मुहैया करवाए जाते थे। जुगनू ना सिर्फ़ मुख़्तार अंसारी का क़रीबी है, बल्कि ख़ुद भी एक कुख़्यात अपराधी है। जिसपर हत्या और जबरन वसूली समेत क़रीब दो दर्जन मामले दर्ज हैं। अक्टूबर 2021 में लखनऊ के आलमबाग में चिकचिक रेस्ट्रॉन्ट के मालिक जसविंदर सिंह उर्फ रूमी की हत्या के बाद से ही यूपी पुलिस जुगनू की तलाश में जुटी थी। उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।
सूत्रों के मुताबिक़ मुख़्तार अंसारी की मदद से ही वो पंजाब में छिपा हुआ था। लेकिन जब उसे वहां गिरफ़्तार कर लिया गया तो यूपी पुलिस भी उससे पूछताछ करना चाहती है। इसके लिए जुगनू वालिया को लखनऊ लाने की भी तैयारी शुरू हो चुकी है। यूपी पुलिस ने उसे पंजाब से लाने के लिए लखनऊ की CJM कोर्ट से वॉरन्ट भी हासिल कर लिया। ताकि जुगनू के ख़िलाफ़ लखनऊ में दर्ज मामलों में भी उससे पूछताछ की जा सके।
जुगनू पर लखनऊ के आलमबाग, हजरतगंज और मानकनगर थाने में हत्या समेत 23 मामले दर्ज हैं। आरोप है कि इनमें ज़्यादातर वारदात को उसने मुख़्तार अंसारी के इशारे पर अंजाम दिया। इसीलिए यूपी पुलिस उससे हर मामले पर सख़्ती से पूछताछ करना चाहती है। ताकि जुगनू के ज़रिये मुख़्तार अंसारी के काले कारोबार से जुड़े राज उगलवाए जा सकें और उस पर नकेल कसी जा सके।