यूक्रेन में एक साल से जारी युद्ध और ज़्यादा तेज़ होने वाला है। रूस की सेना ने यूक्रेन में और घातक हमला करने की बड़ी तैयारी की है। रूसी सेना एक तरफ मिसाइलों से ताबड़तोड़ हमले कर रही है, दूसरी तरफ तोप बिना रुके लगातार बम गोलों की बारिश कर रहे हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि दक्षिण पूर्व यूक्रेन में रूस पूरी तरह से कब्जा करने की स्थिति में आ गया है।
युद्ध में रूस की थल सेना और वायु सेना एक साथ मिलकर हमले कर रही है। रूस की वायुसेना ने सुखोई सीरिज़ के फाइटर जेट और अटैक हेलिकॉप्टर्स का सहारा ले रही है। इसके साथ ही रूसी सेना यूक्रेन में अटैक ड्रोन से भी ताबड़तोड़ हमले कर रही है। वहीं, यूक्रेन के पास तोप के गोलों की भी भारी कमी हो गई है। रूस को रोकने के लिए यूक्रेन को अमेरिका और यूरोप के देशों से मदद मिल रही है। लेकिन बताया जा रहा है कि यूक्रेन को जितनी सप्लाई हो रही है, उससे चार गुना ज़्यादा रूस की ओर से हमले हो रहे हैं।
हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की लगातार अमेरिका और यूरोप के देशों से फ़ाइटर जेट की डिमांड कर रहे हैं। जेलेंस्की पिछले साल से ही फाइटर जेट देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई भी देश यूक्रेन को लड़ाकू विमान देने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन अब जेलेंस्की के समर्थन में लातविया के प्रधानमंत्री उतर गए हैं और यूक्रेन को जेट देने की वक़ालत की है।
लातविया के प्रधानमंत्री क्रिशयानिस करिन्शने कहा कि यूक्रेन के लिए लड़ाकू विमानों की डिलीवरी अब समय की मांग है। अगर हमारे पास लड़ाकू विमान होता तो, हम यूक्रेन को बहुत पहले लड़ाकू विमान दे चुके होते। लातविया के प्रधानमंत्री क्रिशयानिस करिन्श ने जर्मन पत्रिका को दिए इंटरव्यू में यहां तक कहा कि कोई ऐसी वजह नहीं है कि पश्चिमी मुल्क यूक्रेन को फ़ाइटर जेट नहीं दे। अभी हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक इंटरव्यू में साफ़ कर दिया था कि वे यूक्रेन को F-16 देने पर विचार नहीं कर रहे हैं।
लातविया के प्रधानमंत्री क्रिशयानिस करिन्श ने कहा कि जंग में यूक्रेन को जीत दिलाने के लिए हर मुमकिन प्रयास होना चाहिए। हमारा काम उन्हें अपने मकसद को हासिल करने में मदद करना है। सब अपने तरीके से मदद करें। हम, लातवियाई, उन्हें स्टिंगर मिसाइल, सेल्फ़-प्रोपेल्ड हॉवित्ज़र, हेलिकॉप्टर, वर्दी और दवाइयाँ दे रहे हैं। अगर हमारे पास टैंक होते तो हम उनकी भी सप्लाई करते।
यही नहीं एक वेबसाइट ने दावा किया था कि अमेरिका की कम्पनी लॉकहीड मार्टिन F-16 लड़ाकू विमान का उत्पादन बढ़ाने जा रही है। खबर है कि जैसे ही F-16 फ़ाइटर जेट को यूक्रेन पहुँचाने का रास्ता साफ़ होगा, यूक्रेन को बड़ी संख्या में F-16 लड़ाकू विमान मिल जाएं। F-16 के प्रोडक्शन बढ़ते ही दावा किया जा रहा है कि पश्चिमी देश यूक्रेन को जंग में लड़ने के लिए F-16 लड़ाकू विमान दे सकता है।
दरअसल, F-16 अमेरिका का चौथी पीढ़ी का वो लड़ाकू विमान है जिसका प्रॉडक्शन 46 साल पहले शुरू हुआ था। 2017 में F-16 का प्रॉडक्शन बंद कर दिया गया, लेकिन एक बार फिर कुछ अपडेट्स के साथ 2019 में निर्माण शुरू हुआ ।
F-16 फाइटर जेट की खासियत-
- 17 अगस्त 1978 को पहली बार सेवा में आया
- चौथी पीढ़ी का सबसे ताक़तवर लड़ाकू विमान है
- पाँचवीं पीढ़ी के राडार और सॉफ़्टवेयर से लैस है
- हवा से हवा में मार करने वाली 6 मिसाइल से लैस है
- 20 mm के वल्कन कैनन से भी लैस है
- हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल भी तैनात है
- 1,976km प्रति घंटा की अधिकतम रफ़्तार से उड़ सकता है
- एक बार में 4,220km की उड़ान भर सकता है
इससे पहले यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रों कुलेबा ने कहा था कि उन्हें भरोसा है कि बहुत ही जल्द लड़ाकू विमानों के मुद्दे को हल कर लिया जाएगा। अमेरिका, ब्रिटेन, फ़्रांस और जर्मनी से यूक्रेन को चौथी और पांचवीं पीढ़ी के फ़ाइटर जेट्स मिलने लगेंगे, जिससे इस जंग में यूक्रेन रूस को पीछे धकेल सकता है