जम्मू कश्मीर के आतंकियों पर बड़ा पर्दाफ़ाश हुआ है। आतंकी सुरक्षा बल से छिपने के लिए जंगलों में बने कच्चे घरों का इस्तेमाल कर रहे है। ताकि वो ड्रोन से भी बच सके और सुरक्षा बल की भी उनपर नज़र ना पड़े। क्योंकि ये घर जंगलों के बीच में होते है। वो ख़ानाबदोश लोगों के कच्चे घरों में रहते है। इन्हें ढूंढना बेहद मुश्किल होता है। ऐसे में आतंकी इन कच्चे घरों में आराम से छिप सकते है।
पहाड़ों पर बने ये कच्चे घर खानाबदोश लोगो के होते हैं। जो ज़्यादातर खाली रहते हैं और इन घरों का इस्तेमाल आतंकी रहने के लिए करते हैं। लिहाजा सेना अब ऐसे घरों में भी सर्च ऑपरेशन चला सकती है। पिछले कुछ दिनों में जम्मू कश्मीर के पुंछ बारामूला और राजौरी मे सेना पर आतंकी हमले हुए है। सुरक्षाबलों को आशंका है कि आतंकी हमले के बाद ये आतंकी कच्चे घरों और गुफाओं में छिपे हो सकते हैं।
सेना ने भी अब एक खास रणनीति तैयार कर ली है। आने वाले कुछ दिनों में आतंकियों के खिलाफ बड़े अभियान को अंजाम दिया जा सकता है। आतंकियों की तलाश के लिए भारतीय सेना राजौरी, पुंछ और कांडी के जंगली इलाकों में ड्रोन के जरिये सर्चिंग कर रही है। इससे यह पता चल सकेगा कि आतंकी किन कच्चे घरों और गुफाओं में छिपे हैं।