जम्मू कश्मीर के पुंछ में 20 अप्रैल को आतंकी हमले में पांच जवानों की मौत हो गई थी। जिसके बाद पुंछ में बड़ा ऑपरेशन चलाया जा रहा है। घने जंगलों में ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। आतंकियों के सफाये के लिए ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं, जिसके लिए एनएसजी कमांडो भी उतारे गए हैं। भारतीय सेना के विशेष कमांडो और अर्धसैनिक बलों के करीब 2000 जवान ऑपरेशन के लिए उतारे गए हैं। इस मामले में अब तक 14 लोग हिरासत में लिए गए हैं। वहीं, पूछताछ के लिए बुलाए गए एक शख्स ने आत्महत्या कर ली।
पुंछ में आतंकियों की तलाश में जंगल में बड़े स्तर पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। सुरक्षा के लिहाज से भिंबर गली से जड़ां वाली गली तक 20 किलोमीटर का रास्ता वाहनों की आवाजाही के लिए बंद भी किया गया। हालांकि बाद में यह रास्ता खोल दिया गया था। उत्तरी कमान सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी, बीएसएफ के डीजी (BSF DG) एसएल थाउसेन, सीआरपीएफ के आईजी (CRPF IG) महेश चंद्र लड्ढा और एडीजीपी (ADGP) मुकेश सिंह ने भी घटनास्थल का दौरा कर चुके हैं।
पुंछ के साथ ही रजौरी के जंगल में भी बड़ा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। राजौरी और पुंछ सीमा से सटे जंगलो में आतंकी हमले के बाद सेना हरकत में आई है। दोनों जगहों के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चल रहा है। सेना के जवान बीजी और मंजाकोट से सटे जंगली इलाकों में चप्पे-चप्पे को खंगाल रहे हैं।
दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के जरिए पाकिस्तान आतंकियों को घुसपैठ करवाने की कोशिश कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान सुरंग के रास्ते आतंकियों को घुसपैठ करवाने की साजिश रच रहा है। नियंत्रण रेखा पर बर्फ पिघलना शुरू हो चुकी है और लॉन्चिंग पैड में सैकड़ों की तादाद में आतंकी मौजूद हैं। जो भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के जवान और नियंत्रण रेखा पर (LOC) पर जवान बेहद ज्यादा अलर्ट हैं।
दावा है कि पुंछ जिले के मेंढर का रहने वाला रफीक नाई उर्फ सुल्तान फिलहाल पीओके (POK) में है। वह पाकिस्तान से ही राजौरी और पुंछ में आंतक को फिर से जिंदा करने की साजिश रच रहा है। दूसरा आतंकी डोडा जिले का रहने वाला है मोहम्मद अमीन बट उर्फ खुबैब है। यह भी अभी पीओके में मौजूद है और वहीं से ऑपरेट कर रहा है। दावा है कि पुंछ हमले में इन्हीं दोनों आतंकियों का हाथ सकता है।
पुंछ आतंकी हमले को लेकर 40 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। वहीं, पूछताछ के लिए बुलाए गए एक शख्स ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड करने वाला शख्स मेंढर का रहने वाला मुख्तार हुसैन शाह बताया जा रहा है, जो कुछ घरेलू मुद्दों की वजह से परेशान था। भाटा धूरियन-तोता गली और पड़ोसी इलाकों में घेराबंदी के लिए अतिरिक्त सैनिकों को शामिल किया गया है। सरकार ने अभियान के लिए 3000 से ज्यादा जवानों को उतारा है।