पाकिस्तान में खाने पीने की चीजों की किल्लत बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है। वहां हालात ऐसे हो चुके हैं कि आम लोगों को आटो और पानी मिलना मुश्किल हो गया है। खाने के सामानों की कीमत इतनी बढ़ चुकी है कि आवाम सड़कों पर आकर प्रदर्शन कर रही है। कई शहरों में तो लोग आटे की गाड़ियों की की किलो मीटर तक पीछा करके लूटने की कोशिश करने लगे। समस्या सिर्फ प्याज़ पर खत्म हो जाएगी ऐसा नहीं है बल्कि पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री ने जो दावा किया है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान की जनता को और जबरदस्त झटका मिलने वाला है, हालात ऐसे बन गए हैं कि लगता नहीं कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान की मुश्किल कम होगी
आम लोगों के लिए सपना बन चुका है प्याज़
कंगाल हो चुके पाकिस्तान में हर रोज रोजमर्रा के सामान के दाम आसमान छू रहे हैं। हर दिन नए रेट कार्ड से लोगों की मुश्किलें बढ़ चुकी हैं। कर्ज़ में दबे, कंगाली के गर्त में पहुंच चुके पाकिस्तान में खाने पीने की चीजों को लेकर हाहाकार मचा है। पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है तो अब प्याज 300 रुपये के पार पहुंच गया। पाकिस्तान में 26 जनवरी को प्याज की औसत क़ीमत 200 रुपए से 320 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई। जबकि पांच जनवरी को प्याज की कीमत 180 रुपए से 280 रुपए प्रति किलो था। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में प्याज 260 रुपए से 320 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। बताया जा रहा है कि प्याज ले जाने वाले 600-700 कंटेनर्स अटके पड़े हैं। सिर्फ कुछ ही कंटेनर बाजार में आए हैं और इसकी वजह से ही कीमतों पर अतिरिक्त दबाव पड़ा है।
सप्लायर पर टैक्स की मार
पाकिस्तान में महंगाई से हालात बेकाबू हो चुके हैं। रोजमर्रा की चीजों में बेतहाशा इजाफा हो रहा है। पाकिस्तान के एक अख़बार के मुताबिक सिंध और बलूचिस्तान से आने वाली सप्लाई में कमी की वजह से प्याज की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। साथ ही सरकार की तरफ से एक जनवरी से खाने-पीने की जरूरी चीजों के आयात पर अतिरिक्त टैक्स भी लगा दिया गया है। बुजनेस करने वाले लोगों को एक किलोग्राम पर 18 से 20 रुपए अतिरिक्त अदा करने पड़ रहे हैं। इसके अलावा अफगानिस्तान और ईरान ने खराब फसल के चलते सप्लाई बंद कर दी गई थी। अब पाकिस्तान की जनता को मिस्र, तुर्की और चीनी प्याजों का स्वाद चखने को मिल सकता है। साथ ही दुबई से भी प्याज के आयात की तैयारियां जारी है।
अब फूटा ‘बिजली बिल’ का बम!
प्याज की कीमतों में इजाफे के बाद अब वहां बिजली महंगी होने वाली है, यानि पाकिस्तान में महंगाई की सुनामी आने वाली है। पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री ने दावा किया की आने वाले दिनों में बिजली की कीमतों में भी 50 फीसदी प्रति यूनिट की दर से इजाफा हो सकता है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद, कराची, लाहौर, रावलपिंंडी समेत कई बड़े और छोटे शहर बिजली की संकट से जूझ रहे हैं। पाकिस्तान की नेशनल ग्रिड से बिजली उत्पादन ठप हो चुका है। वहीं पाकिसतान में हालात अब ऐसे बन चुके हैं कि कटोरा लेकर भीख मांगना बाकी रह गया है। पाकिस्तान के हुक्मरान आर्थिक संकट को सही करने के बजाय वहां की जनता का खून चूसने पर अमादा हो चुके हैं। महंगाई ने इस कदर जकड़ रखा है कि पाकिस्तान किसी भी मोर्चे पर फ़ेल होता दिख रहा है।
जनता पर और कर्ज लादे जाएंगे!
पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री शौकत तारिन ने अब महंगाई में सुनामी आने की बात कह रहे हैं। शौकत तारिन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष यानि IMF की तरफ़ से बेलआउट पैकेज के लिए नए टैक्स को लागू करने की मांग की गई है। शौकत तारिन के मुताबिक “इस वजह से पाकिस्तान में देश में 3 लाख करोड़ से ज़्यादा पाकिस्तानी रुपये की कीमत वाले नए कर लगाए जाएंगे। इसके साथ ही पाकिस्तान में आने वाले दिनों में बिजली की कीमतों में भी 50 फीसदी प्रति यूनिट की दर से इजाफा हो सकता है।” इतना ही नहीं पूर्व वित्त मंत्री ने दावा किया है कि “देश पर कर्ज बढ़ता जा रहा है। रुपये की कीमत दिन पर दिन गिर रही है और इसकी वजह से कर्ज साढ़े चार लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपये तक पहुंच गया है। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) में 30 से 35 फीसदी तक का इजाफा होगा और इसकी वजह से महंगाई और बढ़ेगी।”
पाकिस्तान पर महंगाई की आफ़त कम होने का नाम नहीं ले रही है, एक के बाद एक महंगाई बम पाकिस्तान जनता की कमर तोड़ रहे हैं, और सरकार पूरी तरह से बेबस नज़र आ रही है, पाकिस्तान सरकार को समझ नहीं आ रही है कि महंगाई पर लगाम कैसे लगाई जाए, और देश को दिवालिया होने से कैसे बचाया जाए.