इमरान खान तोशाखाना मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। इस्लामाबाद कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। जिसके बाद इस्लामाबाद पुलिस लौहार स्थित उनके घर पर डेरा डाले हुए है। इस्लामाबाद पुलिस पर उन्हें गिरफ्तार करने का भारी दबाव है। किसी भी कीमत पर इमरान खान को सलाखों के पीछे भेजने का आदेश है। इससे पहले पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान को 5 साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया है। उनकी संसद सदस्यता भी रद्द हो चुकी है।
अमरान खान को इस्लामाबाद सेशन कोर्ट ने सरकारी खजाने के करोड़ों रुपए के गिफ्ट बेहद सस्ते कीमत पर बेचने का आरोपी माना है। उनके खिलाफ कोर्ट गैर जमानती वारंट भी जारी कर चुकी है। इसी मामले में पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान को 5 साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया है। उनकी संसद सदस्यता भी रद्द हो चुकी है।
इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ पिछले साल इमरान के समर्थकों ने वहाँ के चुनाव आयोग के ऑफ़िस के बाहर हिंसक प्रदर्शन किए थे। इसी मामले में उन्हें इस्लामाबाद की एक ज़िला अदालत में पेश होना था, लेकिन इमरान ख़ान कोर्ट में पेश नहीं हुए। जिससे नाराज होकर कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी कर दिया।
इमरान खान के सियासी कैरियर पर तोशाखाना मामला भारी पड़ रहा है। आइए, अब आपको तोशखाना केस क्या है, इसे बताते हैं।
- तोशाखाना पाकिस्तान कैबिनेट का एक विभाग है, जहां किसी दूसरे देशों के प्रमुख लोगों से मिले उपहारों को रखा जाता है
- इमरान खान 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे, उन्हें अरब देशों की यात्राओं के दौरान वहां के शासकों से महंगे गिफ्ट मिले थे
- इमरान को कई यूरोपीय देशों के राष्ट्र प्रमुखों से भी बेशकीमती गिफ्ट मिले थे, जिन्हें इमरान ने तोशाखाना में जमा करा दिया था
- लेकिन आरोप है कि तोशाखाने से इमरान ने सभी गिफ्ट्स को 2.15 करोड़ पाकिस्तानी रुपए में खरीदा था
- बाद में इसी गिफ्च को बेच कर उन्होंने 5.8 करोड़ पाकिस्तानी रुपए का मुनाफ़ा कमाया
- हालांकि बाद में खुलासा हुआ कि यह रकम 20 करोड़ से ज्यादा थी
इस पूरे मामले पर अब कोर्ट और सरकार ऐक्शन में है। पाकिस्तानी मीडिया की माने तो किसी भी वक़्त इमरान ख़ान की गिरफ़्तार हो सकती है। बताया जा रहा है कि इमरान ख़ान को रावलपिंडी के अदियाला जेल में रखा जा सकता है।