पाकिस्तान की सेना के सख़्त रुख़ से इमरान ख़ान की पार्टी PTI यानी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ़ पर ख़त्म होने का ख़तरा मंडराने लगा। क्योंकि PTI नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। कहा जा रहा है कि आर्मी ऐक्ट के डर से इमरान ख़ान की पार्टी में भगदड़ मच गई। PTI के बड़े चेहरों ने भी इमरान ख़ान से दूरी बनानी शुरू कर दी।
इमरान के क़रीबी फ़वाद चौधरी ने उनका साथ छोड़ दिया। जबकि PTI के महासचिव असद उमर ने भी पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया। कहा जा रहा है कि PTI के नेताओं को आर्मी ऐक्ट का ख़ौफ़ सता रहा है। क्योंकि 9 मई को हुई हिंसा के बाद पाकिस्तान की संसद में हिंसा के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर सेना के क़ानून के तहत कार्रवाई करने का प्रस्ताव पास किया गया। जिसके तहत दोषी पाए जाने पर उम्र क़ैद से लेकर फांसी की सजा तक हो सकती है।
अब पार्टी से मलेका बोखारी ने किनारा कर लिया और इस्तीफा दे दिया। मलेका बोखारी इमरान खान की करीबी मानी जाती थीं। वो इमरान खान की सरकार में कानून की संसदीय सचिव बनाई गई थीं। लेकिन अब उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देते हुए इमरान खान पर हमला बोला। उन्होंने 9 मई को सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमले की निंदा की।
कहा जा रहा है कि इसी वजह से अब तक कुल 37 नेता PTI छोड़ चुके हैं। हालांकि इमरान ख़ान का आरोप है कि उनके नेताओं को डरा धमका कर पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है।