Ayodhya: रामलला के दरबार में शहीदों के परिवार, शौर्य नमन फाउंडेशन ने निभाई पुत्र धर्म की जिम्मेदारी

इसे जरूर पढ़ें।

Ayodhya:राम लला के दर्शन करते ही भावुक हुए शहीदों के माता पिता। अयोध्या दर्शन के बाद आंखे छलक पड़ी थी उस बूढ़ी मां की जो चल पाने तक में असमर्थ थीं, पर साथ थे हाथ थामे पुत्र धर्म निर्वहन कर रहे शौर्य नमन फाउंडेशन के सिपाही या फिर ‘शौर्यजन’। देश के वीरसपूतों को करने नमन चले हैं हम… पुत्रधर्म का पालन करने बनके श्रवण चले हैं हम… यह स्लोगन दिया है एक ऐसे युवा संगठन ने जो शहीदों के परिवारों को अपना परिवार मानते हैं ।

Ayodhya: बलिदानियों के परिवारों की सेवा

मध्य प्रदेश के इंदौर से शुरू हुई एक संस्था जो केवल कुछ वर्षों में ही राष्ट्र के कई राज्यों में अमर बलिदानियों के परिवारों की सेवा का कार्य कर रही है। शहीदों के स्मृतियों को संजोये उनके स्मारकों के उत्थान और रख रखाव का कार्य कर नये स्मारकों के निर्माण का कार्य प्रमुख रहा है। अब तक संस्था द्वारा 5 स्मारक निर्माण और 20 से ज़्यादा स्मारकों के संरक्षण का कार्य किया जा चुका है। संस्थापक अध्यक्ष रमेश चंद्र शर्मा (दादा) ने बताया कि हर एक पुत्र चाहता है कि जब मैं बड़ा हो जाऊँगा तब अपने माता पिता को तीर्थ दर्शन करवाऊँगा । लेकिन वहीं पुत्र जब देश सेवा करते युवा मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति दे देता है तब यह सपना अधूरा रह जाता है ।

Ayodhya: रामलला के शरण में शहीदों के परिवार

अब जब अयोध्या (Ayodhya) में राम लला विराजित हो गये हैं तो संपूर्ण राष्ट्र इनके दर्शन करना चाहता है। इसी भाव को देखते हुए टीम ‘शौर्य नमन-शौर्य परिवार’ ने तीर्थ दर्शन की योजना बनाई। जिसमें मध्य प्रदेश के सतना ज़िले के 10 परिवार और लखनऊ से परमवीर कैप्टन मनोज पांडेय जी के परिवार को शामिल किया गया। शहीदों के 11 परिवारों को पहले चित्रकूट ले जाया गया। उसके बाद उन्हें अयोध्या (Ayodhya) में रामलला के दर्शन कराए गए। उसके बाद प्रयागराज तीर्थ स्नान उपरांत यात्रा संपन्न हुई।

सतना टू अयोध्या

यह यात्रा सतना से 12 मार्च को निकाली। उसके बाद चित्रकूट में कामतनाथ स्वामी के दर्शन के बाद 13 मार्च को सरयू स्नान और राम लला का दर्शन किया गया। अयोध्या (Ayodhya) में संस्था के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शिवम् शाही जी और श्रीराम मंदिर क्षेत्र के रासविहारी शरण पांडेय की टीम ने उनका स्वागत किया। इस यात्रा में परिवारों की सेवा और देख रेख के लिये पूर्व सैनिक संस्था के सिपाही और 2 नर्सिंग स्टाफ़ को भी रखा गया। जिससे किसी भी प्रकार की स्वस्थ्य समस्या होने पर तुरंत उपचार दिया जा सके।

इसे भी पढ़े: Lok Sabha Election: लोक सभा का दंगल, कौन दौड़ रहा और कौन पिछड़ा? मोदी-राहुल की इनसाइड स्टोरी

Ayodhya: 630 शहीदों के नाम का टैटू

इस यात्रा में सबसे विशेष संस्था के ब्रांड एंबेसडर पंडित अभिषेक गौतम की उपस्थिति रही। जिन्होंने अपने शरीर पर 630 से अधिक शहीदों के नाम का टैटू बनवा रखा है। अभिषेक गौतम ने कहा कि मेरे शरीर के माध्यम से ये सभी महान विभूतियों को सरयू में स्नान और दर्शन करवा रहा हूँ।इस पूरे कार्यक्रम में विनय दीक्षित, रोहित चतुर्वेदी, शिवेंद्र रावत, विपिन और अंकित शर्मा सक्रियता से परिवारों की सेवा में लगे रहे।

संस्था के संरक्षक ने जताया आभार

शौर्य नमन फाउंडेशन के संरक्षक प्रसिद्ध कवि संजीव मुकेश

वहीं, संस्था के संरक्षक प्रसिद्ध कवि संजीव मुकेश ने संस्था के संस्थापक अध्यक्ष रमेश चंद्र शर्मा एवं उनकी टीम के इस पुनीत कार्य की जमकर प्रशंसा की। संजीव मुकेश जी ने कहा कि राष्ट्र के असली हीरो की सच्ची श्रद्धांजलि और देश प्रेम का अनूठा एवं अनुकरणीय प्रयास है। देश के सपूत के परिवार को एक विशाल परिवार के साथ जोड़ना प्रणम्य कार्य है।

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest article