DELHI GANGWAR: राजधानी दिल्ली में हाशिम बाबा और छेनू गैंग के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ गई है। खबर है कि जेल के भीतर से दोनों अपने गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं। और दबदबा कायम करने के लिए किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। और यही बात पुलिस के लिए सिरदर्द बनी हुई है।
दिल्ली में दबदबे की लड़ाई
14 जुलाई को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में हुए शूटआउट (DELHI GANGWAR) की कहानी के तार अब एक नए ख़तरे की तरफ़ इशारा कर रहे हैं। और वो इशारा है एक नए गैंग वॉर का। वो इशारा है गैंगस्टर छेनू पहलवान VS हाशिम बाबा के बीच छिड़ने वाली नई जंग का। और इस संभावित गैंग वॉर की आशंका ने दिल्ली पुलिस के माथे पर शिकन ला दी है।
राजधानी में नए गैंग वॉर की आहट
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से पता चला है कि दोनों गैंग एक दूसरे के खून के प्यासे (DELHI GANGWAR) हो चुके हैं। आरोप है कि दोनों जेल के भीतर से ही अपने गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं। दावा तो ये भी किया जा रहा है कि हाशिम बाबा गैंग अपने नेक्सस को दिल्ली पर कब्ज़े के लिए इस्तेमाल कर रहा है।
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छेनू पहलवान VS हाशिम बाबा
दरअसल दिल्ली में नए गैंग वॉर (DELHI GANGWAR) की आहट 14 जुलाई की उस घटना से जुड़ी है, जिसे जीटीबी अस्पताल में अंजाम दिया गया। अस्पताल में हुई ताबड़तोड़ फ़ायरिंग में छेनू पहलवान के नज़दीकी वसीम की हत्या कराने के मकसद से रियाज़ुद्दीन नाम के मरीज की हत्या करवा दी गई। जब जांच आगे बढ़ी को पता चला कि हाशिम बाबा ने ही वारदात को अंजाम दिया था।
जेल में बुना जा रहा साज़िश का जाल!
- हाशिम बाबा और छेनू पहलवान एक दूसरे के ख़ून के प्यासे हैं।
- हाशिम बाबा नॉर्थ ईस्ट दिल्ली का गैंगस्टर
- ये दिल्ली की मंडोली जेल में बंद है
- इसका मकसद आधी दिल्ली पर वर्चस्व कायम करना है
- हाशिम बाबा लॉरेंस गैंग में शामिल हो चुका है
- ये खुद को संजय दत्त का फ़ैन मानता है
- दिल्ली में हाशिम बाबा के 50 गुर्गे ऐक्टिव हैं
हाशिम बाबा कौन है?
- नॉर्थ ईस्ट दिल्ली का गैंगस्टर
- दिल्ली की मंडोली जेल में बंद
- आधी दिल्ली पर वर्चस्व का मकसद
- लॉरेंस गैंग में शामिल हो चुका है
- संजय दत्त का फ़ैन मानता है
- जेल के भीतर से नेटवर्क चलाने का आरोप
- दिल्ली में 50 गुर्गे सक्रिय
दिल्ली में कुछ बड़ा होने वाला है?
और अब छेनू पहलवान की कहानी समझते हैं। छेनू पहलवान गैंग दिल्ली के यमुना पार इलाक़े से ताल्लुक रखता है। ये दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के कई इलाक़ों में अपनी बादशाहत कायम करने के लिए इरफ़ान उर्फ़ छेनू पहलवान ने छोटी मोटी वारदातों को अंजाम देना शुरू किया। और धीरे धीरे इसने अपना खुद का गैंग बना लिया। ये नीरज बवाना गैंग से ताल्लुक रखता है। छेनू पहलवान इस वक्त मकोका के तहत तिहाड़ जेल में बंद है। इस पर हत्या, लूट, रंगदारी जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं
कौन है छेनू पहलवान
- नॉर्थ ईस्ट दिल्ली पर बादशाहत का मकसद
- मकोका के तहत तिहाड़ जेल में बंद
- यमुना पार इलाक़े से ताल्लुक
- नीरज बवाना गैंग का हिस्सा
- हत्या, लूट, रंगदारी जैसे कई गंभीर मामले दर्ज
- 2015 में छेनू पहलवान पर फ़ायरिंग हुई
- 2011 में पहली बार पुलिस के रेडार पर आया
यानी वर्चस्व और दहशत को कायम करने के लिए अपराध की दुनिया के ये ख़ूंखार चेहरे कभी भी राजधानी में बड़ी खूनी साज़िश को अंजाम दे सकते हैं।