पाकिस्तान की शहबाज़ सरकार पर ख़तरा मंडरा रहा है। पाकिस्तान की मीडिया में दावा किया जा रहा है कि शहबाज़ सरकार किसी भी वक़्त गिर सकती है। शहबाज़ शरीफ़ पर अब तक इमरान ख़ान भारी पड़ रहे थे। लेकिन अब अपनों ने ही उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सिंध प्रांत में बाढ़ प्रभावितों की मदद नहीं करने पर शहबाज़ सरकार की सहयोगी पार्टी PPP ने समर्थन वापस लेने के संकेत दिए हैं। शहबाज़ सरकार में विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने सरकार पर वादा पूरी नहीं करने का आरोप लगाया है।
वादा पूरा नहीं करने का आरोप
विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की धमकी के बाद पाकिस्तान की मीडिया में कयासों का दौर शुरू हो गया है। बिलावल भुट्टो ने कहा कि सरकार को बाढ़ पीड़ितों से किया गया वादा पूरा करना चाहिए, नहीं तो हमारे लिए अपना मंत्रालय निभाना मुश्किल हो जाएगा। बिलावल भुट्टो ने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने सिंध प्रांत के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के यात्रा के दौरान बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत और पुनर्वास का वादा किया था, लेकिन उनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया। सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद करने में देरी कर रही है और अगर सरकार बाढ़ प्रभावितों की समस्या की अनदेखी करती है तो मैं अपने पद से इस्तीफ़ा दे दूंगा।
गिर जाएगी शहबाज़ सरकार !
बिलावल भुट्टो ने किसानों के मुद्दे को भी पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में उठाने की बात कही। इसके साथ ही PPP ने डिजिटल जनगणना पर भी आपत्ति जताई है। बिलावल भुट्टो का आरोप है कि ये जनगणना ऐसे समय में हो रही है जब पाकिस्तान में चुनाव होने वाले हैं। यानि साफ़ है कि पाकिस्तान की सरकार में शमिल शहबाज़ शरीफ़ के साथी कई मुद्दों पर नाराज़ चल रहे हैं। अगर बिलावल भुट्टो की पार्टी अपना समर्थन वापस लेती है तो शहबाज़ सरकार को विश्वास मत का सामना करना पड़ सकता है।