गर्दिश में कंगाल पाकिस्तान के सितारे, कश्मीर और बंग्लादेश को बेहतर बता रहे पाकिस्तानी

पाकिस्तान के हालात ऐसे हो गए हैं कि वो दिन दूर नहीं जब पाकिस्तान में एक बार फिर तख्तापलट हो जाए। पाकिस्तान में एक ओर महंगाई से लोगों की परेशानी तो बढ़ी ही हुई है, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक अस्थिरता भी बढ़ती ही जा रही है।

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शहबाज़ सरकार अब ‘भीख’ के सहारे
पाकिस्तान में महंगाई बेकाबू हो चुकी है। पाकिस्तानी रुपया की बात करें या पेट्रोल के दाम पर, सभी मुद्दों पर पाकिस्तान की हालत खराब हो चुकी है। पाकिस्तान में आम लोगों की हैसियत से बाहर की चीजें हो गई हैं। अब पाकिस्तान की जनता शहबाज़ सरकार पर तंज कसने लगी है कि सरकार उन पर बम फेंक दे ताकि उन्हें रोज़ रोज़ महंगाई की मार से उन्हें मुक्ति मिल जाए।

दिवालिया होने का काउंटडाउन शुरू हो गया!
जिस देश की बुनियाद आतंक के रास्ते पर चलकर हुई, दंगे और दहशत की साजिश रचकर हुई या ये कहें कि खून की नदियां बहाकर हुई। उस देश किस्मत में दुख, दरिद्रता और दुश्वारियां नहीं होंगी तो क्या होंगी। आज पाकिस्तान में खाने के लाले पड़े हैं, पाकिस्तान की जनता दाने दाने को तरस रही है। पाकिस्तान सभी सेक्टर में पूरी तरह से कंगाल हो गया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष भी पाकिस्तान के साथ सख्ती बरत रहा है, जिससे पाकिस्तान की हालत और खराब हो गई है। IMF की टीम नौवीं समीक्षा के लिए पाकिस्तान में पहुंची थी, इस टीम से पाकिस्तानी पीएम शहबाज़ शरीफ़ को मदद की बड़ी उम्मीद थी लेकिन पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करने से पहले ही IMF ने पाकिस्तान को साफ साफ कह दिया कि अगर उसे आर्थिक संकट से उबरना है तो कड़े कदम उठाने होंगे

आतंकिस्तान का टाइम पूरा हो गया
IMF की जो शर्तें हैं, वो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिहाज से उसपर भारी पड़ जाएगा। IMF का कहना है कि ‘पाकिस्तान अपने रक्षा बजट के प्रस्तावों में कटौती करे’, ‘पाकिस्तान पेट्रोल पर जनता से ज़्यादा टैक्स वसूले’, ‘बिजली और गैस की दर भी पाकिस्तान बढ़ाए’, ‘पाकिस्तान 200 अरब रुपए बजट के नए टैक्स लागू करे’। लेकिन ये पाकिस्तान की बदनसीबी है कि IMF की कही एक भी बात शहबाज़ शरीफ़ सरकार लागू नहीं कर सकती। पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक में रिजर्व ज़ीरो हो चुका है, इसी वजह से उसके मददगार मुस्लिम देश सउदी अरब और UAE ने भी कोई मदद करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। शाहबाज़ शरीफ़ खुद दोनों देशों में भीख का कटोरा लेकर पहुंचे थे लेकिन दोनों देशों ने शहबाज़ के कटोरे में मदद की एक चवन्नी भी नहीं डाली।

बम फेंक दे सरकार’
आलम ये है कि आज के समय में 1 भारतीय रुपए की कीमत 3.07 पाकिस्तानी रुपए के बराबर है और 1 बांग्लादेशी टका की कीमत 2.36 पाकिस्तानी रुपए के बराबर है। अमेरिकी डॉलर की बात करें तो 1 अमेरिकी डॉलर 261.17 पाकिस्तानी रुपए के बराबर पहुंच गई है। इसी वजह से पाकिस्तान में त्राहिमाम मचा है, पेट्रोल के दाम में आग लगी हुई है। अब इस पर शहबाज़ सरकार टैक्स भी नहीं बढा पा रही है, दूसरी ओर जनता कहने लगी है सरकार हम पर बम फेंक दे ताकि महंगाई की रोज रोज की मार से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाए।

कश्मीर को बेहतर बता रहे पाकिस्तान

अब तो पाकिस्तानी जनता खुलेआम अपने हुक्मरानों को कोस रही है और भारत के कश्मीर को POK वाले कश्मीर से बेहतर बता रही है। पाकिस्तान के लोगों का कहना है कि भारत में बड़ी बड़ी कंपनी जाती है, क्योंकि उन्हें पता है वहां कैसे काम करना है। लोग पूछ रहे हैं कि ये कंपनियां पाकिस्तान क्यों नहीं आ रही है, बड़ी बड़ी कंपनियों में हमारी नौकरी नहीं लग पाती है। पाकिस्तान के लोग खुद से बेहतर बांग्लादेशी लोगों को बता रहे हैं। पाकिस्तान के लोगों का कहना है कि हमारे यहाँ का जो कश्मीर है उनको हम खुश रखते ही नहीं है। जबकी भारत की कश्मीर का लेवल ही अलग है, वहां के लोग यहां कभी भी आना नहीं चाहते हैं। पाकिस्तान के लोग अपने नेताओं को भी जमकर कोस रहे हैं। उनका मानना है कि पाकिस्तान के सियासतदानों ने मुल्क का बेडा गर्ग कर दिया है।

पाकिस्तान के हालात ऐसे हो गए हैं कि वो दिन दूर नहीं जब पाकिस्तान में एक बार फिर तख्तापलट हो जाए। लेकिन हालात को देखकर इस बार ये तख्तापलट सेना का कोई जनरल नहीं बल्कि जनता के करने की उम्मीद लग रही है, ठीक उसी तरह जैसे श्रीलंका में वहां की जनता ने किया था।

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