बागेश्वर के बाबा धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र के बयान पर सिसासी बवाल बढ़ता जा रहा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता उनके बयान को लेकर हमलावर हैं, तो कई संत और महामंडलेश्वर धीरेंद्र शास्त्री के बयान के समर्थन में आ गए हैं। इस बीच धीरेंद्र शास्त्री ने ख़ुद को किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जोड़ने की अपील कर दी है। उन्होंने दावा किया कि उनकी मांग सनातन के हित से जुड़ी है।
बागेश्वर के बाबा धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र बाले बयान पर एक तरफ सियासत तेज़ हो गई। तो दूसरी तरफ़ धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में कई संत आ गए। उज्जैन में महामंडलेश्वर स्वामी शैलेशनंद महाराज ने ना सिर्फ धीरेंद्र शास्त्री के बयान का समर्थन किया, बल्कि उनके बयान में सनातन शब्द भी जोड़ दिया। महामंडलेश्वर स्वामी शैलेशनंद महाराज ने कहा कि ये जो हिन्दु राष्ट्र है वो एक व्यापक अवधारणा है। एक शब्द लगे सनातन राष्ट्र। सनातन के अधीन जितने संप्रदाय हैं वो सभी आते हैं। राम राज्य is an administrative aspect of sanatan rashtra. मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई विवाद की बात है। हमारी बौद्धिक सम्पदा को किसने नष्ट किया। तो फिर हमारी संपदा को हिन्दु राष्ट्र के अंदर सजाने की ज़रूरत है।
‘बाबा’ के समर्थन में आए संत
लेकिन धीरेंद्र शास्त्री के बयान को कांग्रेस के नेता और मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने ख़ारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में किसी भी धर्म के आधार पर राष्ट्र का निर्माण संभव नहीं है। के.के. मिश्रा ने कहा कि भारत को ना हिन्दु राष्ट्र बनाने की ज़रूरत है, ना राम राज्य की ज़रूरत है। भारत को ज़रूरत है कि वो इंसानियत का राष्ट्र बना रहे ताकि राम राज्य आ सके। कांग्रेस के बयान के उलट एक और धर्म गुरु और उज्जैन के स्वस्तिक पीठ के प्रमुख डॉक्टर अवधेशपुरी जी महाराज ने धीरेंद्र शास्त्री की मांग को संविधान से जोड़ दिया। उनकी मांग को सही ठहराते हुए उन्होंने संविधान के मुताबिक़ बताया। उन्होंने कहा कि संविधान में हिन्दू धर्म का उपयोग इसलिए हिन्दू राष्ट्र की माँग । हिन्दू राष्ट्र एवं रामराज्य दोनों की मन्सा एक है । अतः हिन्दुओं को इसमें भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस में ‘बाबा’ का विरोध
धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र की मांग पर मध्य प्रदेश में कांग्रेस के नेता हमलावर हो गए। मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने तो पंडित धीरेंद्र शास्त्री और कथावाचक प्रदीप मिश्रा को लेकर विवादित बयान तक दे दिया। उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों में धर्म की दुकानें खुल गई है। उन्होंने नाम लेते हुए बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री व कुबेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा पर निशाना साधा है।
‘हिंदू राष्ट्र’ की हुंकार, नया प्रहार
इस सबके बीच धीरेंद्र शास्त्री ने अपील की उन्हें किसी पार्टी से ना जोड़ा जाए। क्योंकि उनकी हिंदू राष्ट्र की मांग किसी मजहब या पंथ के विरोध में नहीं बल्कि सनातन के समर्थन में है। एक ओर चीज कहते हैं, हमे किसी पार्टी से न जोड़ा जाए। हमारी खुद की पार्टी है बजरंग बली की, हम किसी पार्टी का समर्थन नहीं करते। हालांकि धीरेंद्र शास्त्री भले ही उनके बयान को किसी पार्टी से जोड़कर नहीं देखने की अपील कर रहे हैं। लेकिन उनके बयान पर सियासी बयान थमने का नाम नहीं ले रहा है।