उमेश पाल केस की जांच में जुटी UP STF को एक और चौंकाने वाली जानकारी मिली। हत्याकांड में अतीक़ के चौथे नंबर के बेटे एजम का भी अहम किरदार था। उसने ही हत्याकांड से जुड़े सभी शूटरों के साथ ही अतीक की फैमिली से बातचीत कराई। इस दौरान जेल में बंद अपने पिता अतीक़ अहमद, चाचा अशरफ और मां शाइस्ता परवीन के बीच बातचीत कराने के लिए आईफ़ोन के क्लाउड आईडी बनाई थी। सूत्रों के मुताबिक़ इन सभी की फ़ेस टाइम ऐप के जरिए बातचीत होती थी। जिस पर एजहम ने thakur008@icloud.com के नाम से आईडी बनाई थी
अतीक़ अहमद ने अपने चौथे बेटे यानि नाबालिग़ एजहम को भी एक आई फ़ोन दिया था। इस आई फ़ोन की आईडी ठाकुर के नाम से बनाई गई थी। एज़म के बारे में एक और हैरान कर देने बात सामने आई है। वो मशहूर फिल्म शोले से काफी प्रभावित था, इसीलिए वो ख़ुद को ठाकुर मानता था।
अतीक के बेटे एज़म ने फेस टाइम ऐप पर अपनी आईडी भी ठाकुर के नाम से ही बनाई थी। जिसके जरिए उमेश पाल हत्याकांड के सभी आरोपी एक दूसरे से बात करते थे। जबकि वो उमेश पाल को गब्बर बुलाता था। उसने अतीक़ अहमद की फेसटाइम आईडी bade006 और अशरफ़ की आईडी chote007 कोड वर्ड से बनाई थी। इसी तरह वकील ख़ान सौलत हनीफ़ की फेसटाइम आईडी advo10 बनाई थी।
अब जब अतीक के चौथे बेटे एजम का भी उमेश पाल हत्याकांड से कनेक्शन सामने आ गया है। तो ऐसे में आगे की जांच में अतीक अहमद के चौथे नंबर के बेटे नाबालिग एज़म अहमद को भी पुलिस आरोपी बना सकती है। यानि आने वाले दिनों में अतीक़ फैमिली के एक और शख्स पर शिकंजा कसा जाना लगभग तय माना जा रहा है।