अतीक़ अहमद के जेल जाने के बाद से ही शाइस्ता पूरा नेटवर्क चला रही थी। इसका खुलासा अतीक़ अहमद के परिवार के सबसे बड़े राज़दार वकील सौलत हनीफ़ ने किया है। हनीफ़ ने दावा किया कि अतीक़ के जेल जाने के बाद से शाइस्ता ही वसूली गैंग चलाती थी। शाइस्ता के कहने पर ही उसने कई बार देश के अलग अलग हिस्से में जाकर कारोबारियों और लोगों से मोटी रकम वसूली। सौलत ने यह भी बताया कि अतीक़ अहमद और अशरफ़ अहमद की तरफ़ से रची गई साज़िश की एक-एक जानकारी शाइस्ता परवीन को भी थी।
सूत्रों के मुताबिक, ख़ान सौलत हनीफ़ ने पूछताछ में पुलिस के सामने ये बात क़बूल कर ली है। दावा है कि सौलत हनीफ़ ने ये भी कहा कि पिछले साल 17 जून को सुधांशु श्रीवास्तव नाम के एक आदमी से 1.6 करोड़ रुपए लेकर शाइस्ता तक पहुंचाए थे। इसके अलावा हनीफ़ ने दावा किया वो प्रयागराज के साथ साथ दिल्ली और दूसरे शहरों से अवैध वसूली कर शाइस्ता तक पहुंचाता था। पुलिस को इस लेनदेन के सबूत जांच के दौरान हनीफ़ के मोबाइल से मिले हैं। सौलत के वॉटसएप से इस लेन देन से जुड़े चैट भी बरामद हुए हैं।
दावा है कि शाइस्ता परवीन वसूली वाला पूरा रैकेट संभालती थी। व्यापारी से लेकर किसानों तक को धमकाने का काम करती थी। इसके साथ ही ख़ौफ़ दिखाकर लोगों से पैसे वसूला करती थी। आरोप है कि शाइस्ता लोगों की ज़मीन पर भी क़ब्ज़ा करने का काम करती थी। जब कोई नहीं मानता था तो उसे जेल में बंद अतीक़ से धमकी दिलवाया करती थी
पुलिस ने अतीक़ अहमद के वकील ख़ान सौलत हनीफ़ को उमेश पाल शूटआउट केस में षड्यंत्र का आरोपी बनाया है। इस मामले में सौलत 10 मई तक पुलिस रिमांड पर है। हालांकि ख़ान सौलत हनीफ़ उमेश पाल अपहरण केस में नैनी सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है।