चुनाव में अतीक़ अहमद (atiq aahmad) ने कभी ना हारने वाला प्लान बनाया था। उसकी प्लानिंग विधानसभा चुनाव में हमेशा जीत हासिल करने की थी। अपनी इसी साज़िश को कामयाब बनाने के लिए A कंपनी ने उस पर काम भी शुरू कर दिया था। अतीक उसके सबसे बड़ी माइनॉरिटी टाउनशिप (township) बना रहा था
अतीक़ का हिला देने वाला प्लान
अतीक अहमद और उसका गैंग प्रयागराज की करेली विधानसभा की डेमोग्राफी (DEMOGRAPHY) बदलना चाह रहे थे। राजनीतिक फायदा और चुनाव में लाभ के लिए करेली के एक बड़े इलाके में माइनॉरिटी कॉलोनी बसायी जा रही थी।इसके लिए एक बड़े लैंड पर अतीक अहमद और उसके गुर्गों ने कब्ज़ा किया था.
‘प्लान मुस्लिम’ से चुनाव जीतना चाहता था अतीक़!
अतीक और उसके गैंग ने अपने दबदबे को बढ़ाने के लिए ऐसी रणनीति बनाई थी, जो कोई दूसरा गैंग सोच भी नहीं सकता। अतीक के गैंग ने करेली विधानसभा से सटे पूरे गांव में एक माइनॉरिटी टाउनशिप बनाने की शुरुआत की थी। जिसमें बहुत सारे लोग, खासकर कमजोर वर्ग की जमीन कब्जा कर ली गई। जमीन कब्ज़ा और कॉलोनी इसलिए बसाई जा रही थी, ताकि वहां माइनॉरिटी कम्युनिटी के लोगों को बसाया जा सके। इससे अतीक और उसका गैंग अपने पॉलिटिकल (POLITICAL) पकड़ और मजबूत करना चाह रहा था।
करेली में सबसे बड़ी साज़िश रच रही थी ‘A कंपनी’
STF ने इतने बड़े राज़ से पर्दा हटा दिया लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। अतीक़ अपने अजेय प्लान में कामयाब हो पाता उससे पहले ही यूपी STF ने उसके मनसूबों पर पानी फेर दिया। अलीना टाउनशिप और अहमद टाउनशिप बसाने के पीछे अतीक का प्लान अल्पसंख्यकों को उसमें बसाना था ताकि चुनाव में अतीक अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता था। इस टाउनशिप में अतीक़ ने अपने गुर्गों, शूटरों और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बसाने की प्लानिंग की थी। इस तरह की कॉलोनी बसाकर अतीक राजनैतिक घुसपैठ की साज़िश रच रहा था
अतीक़ के सबसे ख़तरनाक प्लैन का पर्दाफ़ाश
चुनाव जीतने के लिए अतीक़ ने प्लान तो फुल प्रूफ तैयार किया था लेकिन दिक्कत तब हो गई जब जिन लोगों से अतीक़ ने कौडियों के भाव ज़मीन हड़पी, उन्हीं से पैसे लेकर उसपर निर्माण भी करा रहा था। बस उसके इस प्लान को फ्लॉप होने के पीछे भी यही वजह थी। अतीक़ भले ही आज अतीत बन चुका हो लेकिन अभी भी उसका ख़ौफ ऐसा है कि कोई भी उसके काले कारनामों पर खुलकर अपनी बात रखने बच रहा है। लोग दबी जुबान में ही सही उसकी ज्यादती का जिक्र जरूर कर रहे हैं।