पाकिस्तान में छिपे आतंकी दाऊद इब्राहिम को अब मौत का डर सताने लगा है। जिसके बाद पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI ने उसकी सुरक्षा में कमांडो तैनात करने का फ़ैसला लिया है। ख़ुफ़िया सूत्रों का दावा है कि ये कमांडो दाऊद की सुरक्षा में चौबीसों घंटे तैनात रहेंगे। दाऊद ने पाकिस्तान की फ़ौज और वहां की सरकार में बैठे अपने दोस्तों से मदद की गुहार लगाई थी। जिसके बाद उसकी सुरक्षा के लिए पाकिस्तानी सेना के कमांडो की एक स्पेशल टीम तैनात की गई है। जो हर वक़्त दाऊद इब्राहिम के इर्द गिर्द ही रहेगी। उसे पाकिस्तानी फ़ौज ने कुछ बुलेटप्रूफ़ गाड़ियां भी मुहैया कराईं हैं, जिनसे उसके परिवारवाले सफ़र करेंगे।
इसके अलावा वो जिस ठिकाने पर छिपकर अपने दिन काट रहा है। उसके आस पास भी पाकिस्तान की सेना और ISI ने सुरक्षा बढ़ा दी है। दाऊद को इस बात का ख़ौफ़ भर चुका है कि उसकी हत्या हो जाएगी। इसके पीछे की वजह पाकिस्तान में लगातार हुई कुछ घटनाओं को बताया जा रहा है। जिनमें चुन चुनकर आतंकवादी संगठनों के आकाओं की हत्या की गई थी और उन्हें मारने का तरीक़ा बिल्कुल एक जैसा था।
पाकिस्तान में दो दिन पहले ही खालिस्तान कमांडो फ़ोर्स नाम के संगठन के मुखिया परमजीत सिंग पंजवार को गोली मार दी गई। ये घटना लाहौर की थी जहां कुछ बदमाशों ने उस पर फ़ायरिंग की। ऐसा ही हश्र ज़हूर मिस्त्री नाम के आतंकवादी का भी हुआ। उसे उसके साथियों ने एक प्लेन हाईजैक कर छुड़वाया था। लेकिन वो भी कुछ दिन पहले ही अज्ञात आरोपियों की गोलीबारी में मारा गया। इससे पहले कश्मीर में आतंकी संगठन चलाने वाले ख़ालिद रज़ा की मौत भी इसी तरह से हुई थी।
जिसके बाद दाऊद इब्राहिम को भी अपनी मौत का डर सताने लगा है। क्योंकि पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान के अलग अलग शहरों में मारे गए इन सभी आतंकियों की दुश्मनी भारत से थी। दाऊद इब्राहिम तो भारत की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में पहले नंबर पर है। जिसके बाद ISI को ये डर सता रहा है कि वो जिस दाऊद को दुनिया से छिपाकर अपने यहां पनाह दी है, उसे घर में घुसकर भी मारा जा सकता है।
खुफ़िया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ ISI ने एक और आतंकी सैयद सलाहुद्दीन की सुरक्षा भी बढ़ा दी। जो कहने को तो पाकिस्तान की जेल में बंद है, पर उसे वहां सारे ऐश-ओ-आराम मिलते हैं। दावा तो ये तक है कि पाकिस्तान की सेना ने उसे एक बुलेटप्रूफ़ गाड़ी भी दी है, जिससे वो कुछ दिन पहले घूमता तक दिखाई दिया था। हालांकि, अब उसे भी अपनी मौत का डर सताने लगा है। ख़ुफ़िया सूत्रों का दावा है कि इसी वजह से ISI ने दाऊद समेत उसकी सिक्योरिटी में भी ज़बर्दस्त इज़ाफ़ा कर दिया।