भगोड़े अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने मोगा से गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल उसे असम के डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में भेज दिया गया है। लेकिन दावा है कि अमृतपाल AKF नाम से एक फ़ोर्स बनाने की फिराक में था। AKF का मतलब ‘आनंदपुर ख़ालसा फ़ोर्स’ बताया गया। इसके साथ ही अमृतपाल सिंह पर कई बार ISI से संबंध होने का भी दावा किया गया, क्योंकि जांच ऐजेंसियों को इससे जुड़े कई सबूत भी मिल चुके हैं।
अमृतसर में उसके घर के गेट और दीवार पर भी AKF लिखा मिला था। इसके साथ ही पुलिस की छापेमारी के दौरान अमृतपाल के घर से ‘आनंदपुर ख़ालसा फ़ोर्स’ के जैकेट भी मिले थे। इतना ही नहीं उसके घर और साथियों से बरामद हथियारों पर AKF लिखा हुआ था।
अमृतपाल और उसके सुरक्षा कर्मी के कुछ विडियो भी सामने आए थे, जिसमें उसके साथी AKF जैकेट पहनकर और हथियारों के साथ नजर आए थे। पुलिस ने इस मामले में छापेमारी भी की थी तब पुलिस को अमृतपाल के एक क़रीबी से 100 से ज़्यादा अवैध कारतूस मिले थे। इसके साथ ही कुछ दिन पहले अमृतपाल का बयान भी आया था कि उसे किसी सरकारी सुरक्षा की जरूरत नहीं है। दावा किया गया कि अमृतपाल ने AKF में सैंकड़ों लोगों को जुटा लिया था। अमृतपाल की AKF फ़ौज में अमृतसर, मोगा, जालंधर, तरनतारन जैसे इलाक़ों से लोग जुड़े थे।
वहीं, अमृतपाल के पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI से कनेक्शन का भी खुलासा हो चुका है। हालांकि अमृतपाल इस बात को ख़ारिज कर चुका है कि उसके संबंध ISI से हैं। लेकिन सुरक्षा ऐजेंसियां पहले से उसके तार ISI से जोड़ने की कोशिश में जुट गई। जिससे ये साबित किया जा सके कि अमृतपाल को ISI से फ़ंडिंग हुई। क्योंकि दावा किया गया कि अमृतपाल के परिवार और उसके क़रीबियों को 158 भारतीय और विदेशी बैंक खातों से फ़ंडिंग हुई। बताया गया कि सिर्फ पांच बैंक खातों में 5 करोड़ की फ़ंडिंग हई। जबकि अमृतपाल के फ़ाइनेंसर जलजीत सिंह को पिछले दो साल में 35 करोड़ रुपये मिले थे। जिसके बाद पंजाब के कई जिलों में इसकी जांच के लिए टीम बनाई गई थी। और जांच ऐजेंसियां शक के दायरे में आए लोगों से पूछताछ में जुटी। जांच ऐजेंसियां इसमे हवाला नेटवर्क की भी जांच कर रही है।