पश्चिमी मीडिया के मुताबिक़ एक महीने के अंदर 12 सैनिकों की मौत से सुपर पावर अमेरिका टेंशन में आ गया। क्योंकि सभी सैनिकों की मौत एक महीने के अंदर दो हवाई हादसे में हुई। जिसके बाद वहां की सेना ने ट्रेनिंग कर रहे पायलटों की उड़ान पर तत्काल रोक लगा दी। पश्चिमी मीडिया के मुताबिक़ अमेरिकी सेना ने आदेश दिया कि महत्वपूर्ण मिशन में हिस्सा लेने वाले पायलटों को छोड़कर बाक़ी पायलट ट्रेनिंग पूरी होने तक उड़ान नहीं भरेंगे।
अमेरिका में अब उड़ान के लिए जरूरी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद ही उन पायलटों को हेलिकॉप्टर या प्लेन उड़ाने की इजाज़त मिलेगी। दरअसल मार्च महीनें में पहले तो अमेरिकी सेना का ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उसके बाद फिर 27 अप्रैल को अपाचे हेलिकॉप्टर भी हादसे का शिकार हो गया था। उन दो घटना के बाद वहां की सेना टेंशन में आ गई है।
इन हादसों में जिन पायलटों ने अपनी जान गंवाई है, वो सभी ट्रेनिंग पर थे और उड़ान के लिए जरूरी प्रशिक्षण पूरा नहीं किया था। इसी वजह से अमेरिका की सेना ने ये बड़ा फ़ैसला लिया। गुरुवार को अमेरिका के अलास्का में दो अपाचे हेलिकॉप्टर आपस में टकरा गए। जिसमें तीन सैनिकों की मौत हो गई थी जबकि एक घायल हो गया। मेरिकी सेना की तरफ से बताया गया कि 25वीं एविएशन रेजीमेंट के हेलिकॉप्टर ट्रेनिंग से लौट रहे थे तभी ये हादसा हो गया।
इससे पहले मार्च महीने में भी ट्रेनिंग के दौरान सेना के दो ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गए थे। जिसमें 9 सैनिकों की मौत हो गई थी। अमेरिकी सेना दोनों हादसों की जाँच करा रही है ताकी पता लगाया जा सके की हादसे की असल वजह क्या थी।