रूस यू्क्रेन युद्ध में दुनिया ने नए-नए घातक हथियारों को देखा।लेकिन इसी बीच ड्रोन के बाद अब गुब्बारों से रूस यूक्रेन की जासूसी कर रहा है। पश्चिमी मीडिया में दावा किया जा रहा है कि रूस ने गुब्बारों के ज़रिए कीव के रक्षा कवच को भेदने की कोशिश की लेकिन यूक्रेनी सेना की सतर्कता ने उसे आसमान में ही तबाह कर दिया
रूस गुब्बारे के ज़रिए यूक्रेन में तबाही की प्लैनिंग कर रहा है। दावा किया जा रहा है कि मिसाइलों के बाद रूस ने कीव पर ‘बैलून अटैक’ किया। ग़नीमत ये रही कि यूक्रेन की सेना ने इसे वक्त रहते मार गिराया। करीब एक साल से जारी भीषण युद्ध के बीच अब रूस की सेना यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में रक्षा कवच को भेदने की कोशिश कर रही है।लेकिन अब रूस की सेना ने इसके लिए गुब्बारों का सहारा लिया। कई गुब्बारों को कीव के आसमान की तरफ उड़ाया गया, जिसे यूक्रेन की वायु सेना ने मार गिराया। कीव के अधिकारियों ने दावा किया है कि गुब्बारे उनके एयर डिफेंस का पता लगाने के लिए छोड़े गए थे, लेकिन सेना की तत्परता ने उनके इरादों को नाकामयाब कर दिया।
यूक्रेन वायु सेना के प्रवक्ता की माने तो “ये वो तरीके हैं जो लंबे समय से इस्तेमाल किए जा रहे हैं । यह एक 1.5 मीटर चौड़ा सामान्य गुब्बारा है, हालांकि इसका आकार दूसरों से अलग है, यह गैस से भरा है। रेडियो स्टेशन इसके संकेत को पकड़ सकता है, यह एक डिवाइस से जुड़ा था। इसका मतलब है कि यह एक हवाई टारगेट है, और हमें अपनी हवाई रक्षा को मज़बूत करने की ज़रूरत है। हमारी रेडियो तकनीकी इकाइयां जो 24 घंटे, सातों दिन ड्यूटी पर हैं, उन्हें प्रतिक्रिया करने और इसे एक हवाई टारगेट के तौर पर चिह्नित करती हैं”
आसमान में गुब्बारे के दिखते ही कीव में सायरन बजने लगे। लोग अपने घरों और बंकरों में छिपने लगे। ये अमूमन तब होता है जब कीव पर रूस की तरफ से मिसाइल या ड्रोन अटैक किया जाता है। बारूद के दम पर रूस की सेना युद्ध का साल पूरा होने से पहले बड़ी तबाही की तैयारी कर रही है। तोपखाने, ड्रोन और मिसाइलें महीनों से यूक्रेन के कब्जे वाले पूर्वी इलाकों में बमबारी कर रहे हैं। यूक्रेन वायु सेना के प्रवक्ता के अनुसार “दुश्मन चाहता है कि हम उन ग़ुब्बारों और उनके रिफ्लेक्टर के ख़िलाफ़ बल, हथियार और हमारी एयर डिफ़ेंस सिस्टम का इस्तेमाल करें। जो एयर डिफ़ेंस सिस्टम हमारे बुनियादी ढांचे और अन्य महत्वपूर्ण वस्तुओं की रक्षा करते हैं। हमारे सैनिक 24 घंटे निगरानी करते हैं, न केवल यूक्रेन के हवाई क्षेत्र में, बल्कि इससे भी आगे हमारी सेना की नज़र रहती है।”
गुब्बारों के कीव के आसमान में आना ज़ेलेंस्की को साफ चुनौती है। यूक्रेनी सेना ने भले ही उसे तबाह कर दिया हो, लेकिन ये कीव और यूक्रेन के लिए बड़ी पिक्चर का छोटा ट्रेलर साबित हो सकता है।