24 फ़रवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या उनके ही घर के सामने कर दी गई। सामने आए वीडियो में दिखा कि अतीक का बेटा असद गुर्गों के साथ पहुंचा था। उसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग हुई थी, जिसमें उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। हालांकि, ये पहली दफा नहीं था जब उमेश पाल को मारने की कोशिश अतीक गैंग ने की थी। उससे पहले तीन बार और उमेश पाल की हत्या की कोशिश की गई थी, लेकिन आरोपी नाकाम हो गए थे।
उमेश पाल हत्याकांड का प्लान ‘A’
दावा है कि प्लान A के तहत अतीक गैंग ने उमेश पाल की हत्या को अंजाम देने के लिए इन्वेस्टर्स समिट के वक्त को चुना था। अतीक गैंग की कोशिश थी की 10 से 12 फ़रवरी के बीच का जब UP में इन्वेस्टर्स समिट चल रहा था, उसी दौरान उमेश पाल की हत्या की जाए। इन्वेस्टर्स समिट के दौरान उमेश पाल की हत्या करने का मकसद इंटरनैशनल लेवल पर देश की साख को खराब करना था, लेकिन हत्याकांड में शामिल कुछ शूटरों ने मना कर दिया था।
उमेश पाल हत्याकांड का प्लान ‘B’
प्लान A फेल होने के बाद प्लान B तैयार किया गया था, जिसके मुताबिक प्रयागराज में दहशत फैलाने की तैयारी थी। इसके लिए उमेश पाल की हत्या को प्रयागराज कोर्ट के बाहर अंजाम देने की कोशिश थी। लेकिन अंतिम समय में यह प्लान भी फेल हो गया था।
उमेश पाल हत्याकांड का प्लान ‘C’
प्लान B फेल होने के बाद अतीक के शूटर ने प्लान C पर काम करना शुरू कर दिया। इसके लिए अतीक के सभी शूटर कई बार बैठक भी कर चुके थे। इस प्लान के तहत किसी भीड़भाड़ वाले चौराहे पर उमेश पाल की हत्या करने की प्लानिंग थी, ताकि लोगों में एक बार फिर से अतीक का खौफ वापस लौट जाए। लेकिन चौराहे पर उमेश पाल की हत्या की प्लानिंग सक्सेस नहीं हो पाई।
उमेश पाल हत्याकांड का प्लान ‘D’
अब हत्या की प्लान D की पूरी तैयारी कर ली गई थी। जिसमें घर के बाहर ही उमेश पाल को घेरना था और दिनदहाड़े हत्याकांड को अंजाम देना था। 24 फ़रवरी को उस हत्याकांड को अंजाम दे भी दिया गया। जब घर के पास गाड़ी से उमेश पाल जैसे ही उतरा उन पर हमला कर दिया गया था और इस दौरान बम से हमला भी हुआ था। ताबड़तोड़ गोलीबारी और बमबाजी में उमेश पाल और उनके दो बॉडीगार्ड की मौत हो गई।