ISRAEL ON RAISI DEATH: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत की ऑफ़िशियल जांच शुरू हो गई है। इस बीच दुनिया भर में एक थ्योरी चल रही है कि रईसी की मौत में इज़राइल का हाथ है।
तारीख़: 19 मई
समय: शाम 7.00 बजे
जगह: वर्जेकान, ईरान
क्या हुआ: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश
ISRAEL ON RAISI DEATH: ये वही जगह है जो इज़राइल की ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद (Israel’s intelligence agency Mossad) का गढ़ मानी जाती है। लिहाजा सवाल उठ रहे हैं कि क्या मोसाद ने ईरान के राष्ट्रपति रईसी को मरवा डाला?
इज़राइल ईरान के बीच के तनाव को देखते हुए ये शंका बहुत सहज है। क्योंकि हाल के समय में ईरान को एक मजबूत देश के तौर पर रईसी ने दुनिया के नक़्शे पर स्थापित किया।
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तो उठ रहे हैं कि क्या इजराइल ने रईसी को मरवा दिया?
ईरान उन देशों में शामिल है जिसने इज़राइल के अस्तित्व को हरदम चुनौती दी है। मुस्लिम देशों में ईरान नंबर वन है, जो इज़राइल के लिए परेशानी का कारण रहा है। लिहाजा रईसी की मौत (IRANIN PRESIDENT IBRAHIM RAISI DEATH) की सुई स्वाभाविक रूप से इज़राइल की ओर मुड़ती है। यहां शक के उन 6 कारणों को समझने की कोशिश करते हैं, जिसके तहत कहा जा रहा है रईसी की मौत में इज़राइल का हाथ है।
शक की वजह नंबर-1
इज़राइल-ईरान का दुश्मनी वाला रिश्ता
दावा किया जा रहा है कि प्रेसिडेंट के हेलीकॉप्टर को स्पेस लेज़र तकनीक के सहारे ज़मींदोज़ कर दिया गया। लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती। दूसरी ओर कारण ये भी गिनाया जा रहा है कि पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास की ओर से इज़राइल पर किए गए हमले (hamas israel war) में भी ईरान का हाथ था। दावा है कि इज़राइल ने इसा का बदला लिया है। हालांकि इज़राइल के एक बड़े अधिकारी ने इसका खंडन किया है।
शक की वजह नंबर-2
इज़राइल विरोधियों को ईरान का समर्थन
आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह हो या यमन के हूथी विद्रोही या फिर हमास… (Be it terrorist organization Hezbollah or Houthi rebels of Yemen or Hamas) ईरान इज़राइल के ख़िलाफ़ इन सारे संगठनों को समर्थन देता रहा है। माना जा रहा है कि इसलिए रईसी को इज़राइल ने मरवाया होगा। लेकिन ये महज़ कयास हैं।
शक की वजह नंबर-3
अज़रबैजान के क़रीब हादसा
हेलिकॉप्टर क्रैश को लेकर सवाल इसलिए भी गहरा गया है क्योंकि हादसे वाली जगह अज़रबैजान के करीब है। और इत्तेफाक से अज़रबैजान (azerbaijan) के इजराइल के साथ अच्छे रिश्ते हैं। मुस्लिम देशों में एक सिर्फ़ अज़रबैजान है जिसके रिश्ते इज़राइल से अच्छे रहे हैं। अज़रबैजान की आर्मेनिया से दुश्मनी है (Azerbaijan’s enmity with Armenia) और ईरान आर्मेनिया का समर्थन करता रहा है।
शक की वजह नंबर-4
इज़राइल का टारगेट ईरान
एक्सपर्ट्स का मानना है कि इज़राइल ईरान में मिलिट्री और न्यूक्लियर साइट्स को टारगेट पर लेने की कोशिश करता रहा है। इसका कारण ईरान का इज़राइल के प्रति रवैया है, जो इज़राइल के बारे में कहता है कि अरबों की ज़मीन पर यहूदी देश होने का क्या मतलब है। लेकिन देखने वाली बात है कि रईसी की मौत की साज़िश (Conspiracy OF Ebrahim Raisi DEATH) में हाथ होने का मतलब इजराइल का सीधे ईरान के खिलाफ ऐलान के जंग करना होगा और इज़राइल ऐसा नहीं चाहेगा
शक की वजह नंबर-5
3 में से सिर्फ़ 1 रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश
सवाल उठ रहे हैं कि जब मौसम ख़राब था तो रईसी के काफिले में शामिल तीन हेलिकॉप्टरों में से दो कैसे बच गए और सिर्फ़ रईसी वाला हेलिकॉप्टर क्रैश (IRAN HELICOPTER CRASH) कैसे हो गया। कहा तो ये भी जा रहा है कि मौसम उड़ान के अनुकूल नहीं था तो रईसी को डेढ़ सौ किलोमीटर तक सड़क मार्ग से क्यों नहीं ले जाया गया। ज़ाहिर है इन सवालों का जवाब जांच पूरी होने के बाद ही मिल सकेगा।
शक की वजह नंबर-6
इज़राइल की अप्रैल वाली एयरस्ट्राइक
अप्रैल महीने में सीरिया की राजधानी दमिश्क (Syria’s capital Damascus) में इजराइल की ओर से किए गए एक हवाई हमले में ईरान के ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेजा (Brigadier General Mohammad Reza of Iran) समेत एक अफसर की मौत हो गई थी। ईरान का ग़ुस्सा इसके बाद चरम पर था। जिसका जवाब ईरान ने इज़राइल पर मिसाइलें दाग कर दिया था। लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि इज़राइल ने अब तक इसका डायरेक्ट जवाब नहीं दिया है।
इसीलिए शंका जताई जा रही है कि अपने सबसे बड़े और कट्टर दुश्मन के अंत के लिए इज़राइल ने ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद (ISRAEL AGENCY MOSAD) का इस्तेमाल किया और रईसी (IRANIN PRESIDENT EBRAHIM RAISI) का काम तमाम कर दिया। लेकिन ये सारे शक सिर्फ़ शक ही हैं, जब तक क्रैश होने की असली वजह पता नहीं चल जाती। इज़राइल का हाथ नहीं होने के कारण भी गिनाए जा रहे हैं, लेकिन कुछ भी ठोस नहीं कहा जा सकता। इन सबके बीच रईसी (RAISI DEATH) के लिए ईरान में लोग ही लोग उमड़े हैं।
इब्राहिम रईसी
- ईरान के सर्वोच्च नेता के पद के दावेदार थे
- मिडिल लिस्ट की राजनीति में रईसी का रोल अहम था।
- 2021 में ईरान के राष्ट्रपति चुने गए थे
- 2021 में 62% वोट से राष्ट्रपति का चुनाव जीता
- 1960 में ईरान के पूर्वी शहर मशहद में जन्म
- इस्लामी कानून के बड़े जानकार
- धार्मिक महत्व के शहर कोम में शिक्षा
- ईरान के प्रसिद्ध मौलवियों का मार्गदर्शन मिला
ईरान के सर्वोच्च नेता
- सैयद रोहिल्ला खामेनई: 3 दिसंबर 1979 से 3 जून 1989
- सैयद अली खामेनई: 4 जून 1989 से अब तक