MODI AFTER 75 YEARS: मोदी थे, मोदी हैं और मोदी ही रहेंगे! BJP ने सभी आशंकाओं को साफ किया

इसे जरूर पढ़ें।

MODI AFTER 75 YEARS: दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने पीएम मोदी के 75 साल की उम्र में रिटायरमेंट की जो भविष्यवाणी की है। उसका बीजेपी ने बहुत ठोस उत्तर दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने क्लियर कर दिया है कि बीजेपी के संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि 75 साल पूरा होने पर नेता रिटायर हो जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल नहीं अगले साल यानी 2025 में 17 सितंबर को अपनी उम्र की डायमंड जुबिली मनाएंगे। सीएम केजरीवाल के दिमाग़ में ये सवाल कहां से आया कि 75 साल की उम्र के बाद पीएम मोदी प्रधानमंत्री (MODI AFTER 75 YEARS) का पद छोड़ देंगे। ये तो रिसर्च का विषय है।

इसे भी पढ़िए:SURAT ARREST: नूपुर शर्मा, टी राजा को मारने की साजिश रचने का भंडाफोड़, एक करोड़ की सुपारी देने वाला मौलाना गिरफ़्तार

75 पार भी मोदी की सरकार?

केजरीवाल की नज़र सिर्फ़ पीएम मोदी के रिटायरमेंट की उम्र पर (MODI AFTER 75 YEARS) नहीं है बल्कि उनकी आंखों में बीजेपी का भविष्य भी दिख रहा है BJP के संविधान में 75 साल की बात नहीं लिखी है। ये क्लियर गृह मंत्री अमित शाह ने कर दिया है।
2023 में मध्य प्रदेश विधानसभा का चुनाव हुआ था। इस चुनाव के लिए बीजेपी ने 70 साल से ज्यादा उम्र के 14 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। जिनमें सबसे उम्रदराज 80 साल के उम्मीदवार थे। यही नहीं वर्तमान लोकसभा में बीजेपी के 56 ऐसे सांसद ऐसे हैं। जो सत्तर साल की उम्र को पार कर चुके है और अबकी बार भी मैदान में ताल ठोक रहे हैं।

MODI AFTER 75 YEARS: मोदी के साथ तीन फैक्टर

अब आते हैं इस सवाल पर कि मोदी ही ज़रूरी क्यों हैं। इस सवाल का जवाब मोदी के नाम उनके काम और उनके असर में दिखता है। मोदी की उस गारंटी में दिखता है जिस पर भरोसा करके देश ने अब तक दो बार मोदी को सत्ता सौंपी है। आपको याद हो तो 1984 के बाद 2014 यानी तीस साल बाद देश में कोई पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। ये मोदी थे जिनके नाम पर वोटर उमड़ पड़े।

2019 में भी यही हुआ मोदी के नाम पर बीजेपी तीन सौ तीन सीटों पर जा पहुंची और अब 2024 है जब मोदी ने 370 सीटों का नारा दिया है। मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व की काट किसी के पास नहीं है।

मोदी सब पर भारी!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक़्त देश के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। सियासत में नेता की प्रतिबद्धता,जनता का उस पर भरोसा और उसकी सरकार का इकबाल सबसे ज़रूरी होता है। ये तीनों फ़ैक्टर मोदी के साथ हैं। मोदी के ख़िलाफ़ ताल ठोक रहे इंडिया गठबंधन की ओर देखिए तो कोई भी ऐसे सर्वमान्य नेता का चेहरा नहीं दिखता है। मोदी सब पर भारी पड़ते हैं।

MODI AFTER 75 YEARS: विपक्ष ने 75 साल पर उठाया सवाल

2024 लोक सभा चुनाव का नतीजा तो चार जून को आएगा लेकिन अभी उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूरब से लेकर पश्चिम तक देश के मानचित्र पर मोदी मोदी ही दिख रहे हैं। विपक्ष का सारा का सारा विरोध का केंद्र ही मोदी हैं। मोदी देश के उन नेताओं में शुमार हो चुके हैं जिन्होंने हिन्दुस्तान की सियासत तस्वीर ही बदल दी है। प

रिवार की राजनीति, भ्रष्टाचार पर फलने फूलने वाली राजनीति ,क्षेत्रवाद की राजनीति से अलग मोदी ने सियासत का नया ककहरा गढ़ दिया है। सवाल विपक्ष के पास है कि मोदी के बाद बीजेपी का कौन नेता आएगा लेकिन विपक्ष के पास इसका जवाब नहीं है कि उनका नेता कौन है…कौन होगा।

चार सौ पार के नारे का सामना कर रहा विपक्ष बीजेपी के 75 साल वाले फ़ॉर्मुले पर सवाल उठा रहा है। जबकि बीजेपी ने शीशे की मानिंद साफ़ कर दिया है कि मोदी थे मोदी हैं और मोदी ही रहेंगे।

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest article