Varun Gandhi: उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोक सभा सीट पर सबसे बड़ा सस्पेंस खड़ा हो गया है। बीजेपी के मौजूदा सांसद वरुण गांधी ने नाम की घोषणा से पहले ही दबाव की राजनीति शुरु कर दी है। हालांकि, वरुण गॉंधी ने बुधवार को चार सेट नामांकन पत्र भी मंगवा लिए हैं। जिसके बाद उनका पीलीभीत से चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है।
बड़ी बात है कि अब तक बीजेपी ने पीलीभीत सीट पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। और दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने भगवत सरन गंगवार को मैदान में उतार दिया है। जिसके बाद वरुण गांधी (Varun Gandhi) के समाजवादी पार्टी में एंट्री के चांस पर भी सस्पेंस खड़ा हो गया है।
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Varun Gandhi: SP से वरुण को टिकट?
वहीं इससे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा था कि अगर BJP वरुण गांधी का काटती है, तो उनकी पार्टी वरुण गांधी (Varun Gandhi) को टिकट देने पर विचार कर सकती है। हालांकि इससे पहेल अखिलेश यादव ने कहा था कि वरुण गॉंधी से उनकी कोई बात नहीं हुई है।
समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी की घोषणा के बाद अब दावा किया जा रहा है कि वरुण गांधी को अगर बीजेपी से भी टिकट नहीं मिला तो वो निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।
- वरुण गांधी पीलीभीत लोक सभा सीट से 2009 में पहली बार सांसद चुने गए थे
- हालांकि 2014 में उन्होंने सुल्तानपुर सीट से चुनाव लड़ा और दूसरी बार सांसद बने
- लेकिन 2019 में बीजेपी ने पीलीभीत से उन्हें टिकट दिया और वो तीसरी बार सांसद बने
मां या बेटे को टिकट?
हालांकि, 2019 लोक सभा चुनाव के बाद पार्टी के लिए वो कई बार कीड़कीड़ी भी बन गए। सोशल मीडिया से लेकर अखबारों में भी उन्होंने अपनी ही सरकार की नीति पर सवाल उठाए। लेकिन अब सवाल 2024 का है। क्या पीलीभीत से वरुण गांधी (Varun Gandhi) का टिकट कट सकता है या वो किसी दूसरी पार्टी और निर्दलीय मैदान में कुदेंगे। कहा तो जा रहा है कि मेनका गांधी और वरुण गांधी में से किसी एक को ही पार्टी टिकट देगी।