यौन शोषण के विरोध में प्रदर्शन करने वाले पहलवान अपने मेडल गंगा नदी में बहाने हरिद्वार पहुँच गए। हरिद्वार पहुँचने से पहले पहलवानों की तरफ़ से बयान आया था कि जितना पवित्र गंगा को माना जाता है। उतनी ही पवित्रता से मेहनत करके उन्होंने मेडल हासिल किए थे। और इसीलिए वो हरिद्वार जा रहे हैं। विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया अपने मेडल गंगा में बहाने हरिद्वार पहुंचे थे। वो हर की पैड़ी पर गंगा के किनारे बैठकर रोते हुए भी दिखाई दिए।
वहीं इस दौरान हरिद्वार में इन पहलवानों के समर्थन में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी थी। लेकिन इस बीच भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत वहाँ पहुँचे। उन्होंने पहलवानों से मेडल ले लिए और उनसे पांच दिन का समय मांग लिया। जिसके बाद पहलवान बिना मेडल बहाए दिल्ली लौट गए। हालांकि पहले पहलवानों ने ऐलान किया था कि वो हरिद्वार से लौटने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे। लेकिन इस बात की इज़ाजत सरकार ने उन्हें नहीं दी।
इसी बीच हरिद्वार में मेडल बहाने पहुँचे पहलवानों को विरोध का सामना करना पड़ा। गंगा सभा समिति से जुड़े लोग पहलवानों के ख़िलाफ़ हो गए। और उन्हें राजनीति ना करने की नसीहत दे डाली। क्योंकि हर की पैड़ी पर पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया काफी देर से डटे थे। वहाँ पर काफ़ी भीड़ इकट्ठा हुई थी। सभी पहलवान अपने अपने मेडल गंगा में बहाना चाहते थे। यही बात गंगा सभा समिति के लोगों को नागवार गुज़री। गंगा सभा समिति के अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा कि खिलाड़ियों से प्रार्थना है वो इसे किसी भी रूप में राजनीति का अखाड़ा ना बनाएं। बीते एक महीने से पहलवान दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन उन्हें वहाँ से हटा दिया गया था जिसके बाद वो अपने मेडल बहाने हरिद्वार पहुंच गए।
उधर भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने सफ़ाई दी। उन्होंने ख़ुद को निर्दोष बताया।बृजभूषण शरण सिंह पर कई पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। जिसका जवाब देते हुए बृजभूषण शरण सिंह खुद को निर्दोष बताया। यही नहीं उन्होंने दो टूक कहा कि पहलवान हर समय अपने आरोप बदल रहे हैं । जबकि वो अपने स्टैंड पर कायम हैं। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि पहले बताया कि 9-10 लोगों के साथ यौन शोषण हुआ है, लेकिन मेरे साथ नहीं हुआ है। फिर इनकी संख्या 100 हो गई फिर 100 से 1000 हो गई।
इसके साथ ही बृजभूषण शरण सिंह ने दिल्ली पुलिस की जाँच पर भरोसा भी जताया। और कहा कि दिल्ली पुलिस की जाँच चल रही है उसी से कोई रास्ता निकलेगा। बृजभूषण शरण सिंह ने ये सफ़ाई इसलिए दी क्योंकि पहलवानों ने उनके ख़िलाफ़ मोर्चा खोल रखा है। नौबत गंगा में मेडल बहाने तक की आ गई।