उत्तर प्रदेश के अपराध की दुनिया में लेडी डॉन की पहचान रखने वाली शाइस्ता परवीन की तलाश जारी है। ख़बर है कि UP STF की टीम शाइस्ता के बेहद क़रीब पहुंच गई है। सूत्रों के मुताबिक़ उसका सुराग मिलने पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और कौशांबी में छापे मारे गए। लेकिन अब उसके दिल्ली में होने की जानकारी मिली है। जिसके बाद दिल्ली के करोलबाग और जामिया नगर में भी कुछ लोगों से पूछताछ की गई। हालांकि शाइस्ता पकड़ में तो नहीं आई लेकिन जांच एजेंसियों को ऐसी लीड मिली जिससे उसका अब छिपना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन होगा।
पता चला है कि अतीक़ की फरार पत्नी शाइस्ता परवीन ने दिल्ली के किसी वकील से संपर्क किया है। चौंकाने वाली ये जानकारी सामने आते ही पुलिस के कान खड़े हो गए। एजेंसियों को पूरा शक है कि वो दिल्ली में किसी ठिकाने पर ख़ुद को छिपाए हुए है। हालांकि पुलिस इस मामले में कोई रिस्क लेना नहीं चाहती इसलिए एक टीम लखनऊ में भी डेरा डाले हुए है क्योंकि वहां भी उसने किसी नेता से संपर्क किया है। सूत्र तो ये भी बता रहे हैं सरकारी महकमे में इस लेडी डॉन के कई मददगार हैं, जो अंदरखाने उसे बार बार बचा रहे हैं। मतलब नेता से लेकर अधिकारी तक हर जगह शाइस्ता के लोग हैं, जो कहीं न कहीं बार बार उसकी मदद करने में जुटे हुए हैं।
यूपी पुलिस के लिए शाइस्ता का पकड़ा जाना काफी अहम है। शाइस्ता ही वो राज़दार है जो अतीक़ के जेल जाने के बाद से उसका काले कारोबार और अपराध का साम्राज्य संभाल रही थी। मतलब शाइस्ता ही वो कड़ी है जो अगर एक बार गिरफ़्त में आ गई तो उसके ज़रिए अतीक़ गैंग का पूरा नेटवर्क ध्वस्त किया जा सकता है। इसलिए अतीक़ के एक एक गुनाहों की राज़दार उसकी पत्नी शाइस्ता की तलाश में यूपी पुलिस और एसटीएफ ने एड़ी चोटी का ज़ोर लगा दिया है। पुलिस को कई बार उसकी लोकेशन भी मिली लेकिन जैसे ही वो वहां पहुंचती है कि उससे पहले ही वो फरार हो जाती है।
प्रयागराज के कई इलाक़ों में अतीक़ के कट्टर और पुराने समर्थक हैं। जो पुलिस के आने पर खुद सामने नहीं आते बल्कि परिवार की बुर्का पहनीं महिलाओं को आगे कर देते हैं। जो पुलिस के लिए नई चुनौती बन जाती हैं। इसी बात और वक़्त का फायदा उठाकर शाइस्ता अपनी लोकेशन बदल लेती है। इसका पता तब चला जब बीते दिनों प्रयागराज के एक इलाक़े में पुलिस को उसके एक घर में छिपे होने की ख़बर मिली। जिसके बाद एक टीम वहां भेजी गई लेकिन शाइस्ता तो वहां नहीं मिली लेकिन पता चला कि पास की एक मस्जिद में कुछ महिलाएं शाइस्ता के लिए कलमा पढ़ रही हैं। पुलिस जब वहां पहुंची तो भारी संख्या में बुर्क़ा पहनीं महिलाएं वहां मौजूद थी। जिसके बाद पुलिस को मजबूर होकर वहां से लौटना पड़ा था। माना जा रहा है कि ये महिलाएं अतीक़ गैंग का ही हिस्सा है जो इस वक़्त शाइस्ता के साथ साए की तरह है।